तोक्यो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापानी के एक अग्रणी अखबार में सोमवार को प्रकाशित एक लेख में कहा कि भारत और जापान स्थिर एवं सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अहम स्तंभ हैं तथा दोनों देशों की साझेदारी शांति, स्थिरता व समृद्धि के लिए है। भारत और जापान के बीच जीवंत संबंधों पर लिखा यह लेख प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर साझा किया। वह क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर जापान पहुंचे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हमारी साझेदारी शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए है। मैं 70 गौरवशाली वर्ष पूरे करने वाली हमारी विशेष मित्रता की जड़ें खोज रहा हूं।’’
मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद की दुनिया में भारत-जापान के बीच करीबी सहयोग अहम है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट किया, ‘‘हमारे देश लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम दोनों स्थिर एवं सुरक्षित हिंद-प्रशांत के अहम स्तंभ हैं। मुझे खुशी है कि हम विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर भी निकटता से काम कर रहे हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे गुजरात का मुख्यमंत्री होने के दिनों से ही जापान के लोगों के साथ नियमित रूप से संवाद करने का अवसर मिलता रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जापान की विकासात्मक प्रवृत्ति हमेशा प्रशंसनीय रही है। जापान बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी, नवोन्मेष, स्टार्ट-अप समेत कई अहम क्षेत्रों में भारत के साथ भागीदारी कर रहा है।’’ यह लेख ‘योमियुरी शिम्बुन’ अखबार में प्रकाशित हुआ।
Penned an op-ed on the vibrant relations between India and Japan. Ours is a partnership for peace, stability and prosperity. I trace the journey of our special friendship which completes 70 glorious years. @Yomiuri_Online https://t.co/nXx8y3qiQL
— Narendra Modi (@narendramodi) May 23, 2022
प्रधानमंत्री मोदी जापान के अपने समकक्ष फुमियो किशिदा के निमंत्रण पर तोक्यो पहुंचे हैं। वह क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जिसका मकसद प्रभावशाली समूह के सदस्य देशों के बीच सहयोग मजबूत करना और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रमों पर चर्चा करना है। मोदी ने कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस के साथ द्विपक्षीय बैठक को लेकर उत्साहित हैं और इस दौरान वृहद रणनीतिक साझेदारी के तहत दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग तथा परस्पर हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।