बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बताए बचाव के उपाय
जांजगीर-चांपा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बर्ड फ्लू से आम नागरिकों के बचाव के लिए बीमारी के लक्षण और उससे बचाव के तरीके जारी किए गए हैं। वायरस से फैलने वाली या बीमारी बहुत तेजी से फैलती है इसलिए सावधानी जरूरी है। बर्ड फ्लू के लक्षण हैं गला खराब होना, बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सर दर्द, जुखाम और नाक बहना।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि यदि संक्रमण के लक्षण दिखाई दें तो त्वरित निदान और उपचार से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि बचाव के लिए पक्षियों की मृत्यु वाले क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति में अगर संक्रमण के लक्षण दिखाई दें तो तत्काल नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें। पक्षियों नके पंख, लार, अपशिष्ट पदार्थ न छुएं, पक्षियों बाकी देखभाल के समय हमेशा नाक और मुंह मास्क या घने कपड़े से ढँक कर रखें। गर्भवती महिलाओं और बच्चों को पक्षियों और जानवरों के संपर्क से बचना जरूरी है। रोग के कारण मारे पक्षियों और पोल्ट्री न खाएं,कच्चा या अधपका मांस न खाएं, पोल्ट्री उत्पाद के संपर्क में रहने वाले व्यक्ति बार बार अपना हाथ साबुन से धोएं। अंडे और मांस का उपयोग अच्छे से धोकर करें संभव हो तो शाकाहार करें। अपने क्षेत्र में किसी भी पालतू या गैर पालतू पशु की अचानक मृत्यु हो जाने पर तत्काल पशु चिकित्सा अधिकारी को दें और मृत पक्षियों को हाथ न लगाएं। बीमारी से उपचार के लिए आवश्यक दवाईयां सामुदायिक केंद्रों और जिला अस्पताल में उपलब्ध हैं।