#madeInIndiaForTheWorld: इसरो का समर्थन और दृढ़ इच्छाशक्ति: चेन्नई के स्टार्ट-अप ने कैसे रचा रॉकेट का इतिहास, Agnikul Cosmos की हो रही तारीफ..

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने गुरुवार को भारत में निजी अंतरिक्ष उपक्रमों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर घोषित किया, क्योंकि अग्निकुल कॉसमॉस ने अपने अग्निबाण रॉकेट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। यह उपलब्धि नवंबर 2022 में स्काईरूट एयरोस्पेस द्वारा विक्रम-एस लॉन्च के बाद किसी निजी भारतीय प्रक्षेपण यान की दूसरी परीक्षण उड़ान को चिह्नित करती है। अग्निबाण रॉकेट की यात्रा चुनौतियों से भरी नहीं थी, क्योंकि अग्निकुल कॉसमॉस ने शुरू में दो दिन पहले सबऑर्बिटल टेक्नोलॉजी डेमोस्ट्रेटर (SOrTeD) परीक्षण उड़ान को लॉन्च करने का प्रयास किया…

#AdityaL1Mission: #AdityaL1, हेलो ऑर्बिट में स्थापित, भारत की बड़ी कामयाबी, सूरज के L1 प्वाइंट पर पहुंचा Aditya यान, PM Modi ने वैज्ञानिकों को किया सलाम

नई दिल्ली। देश की पहली सौर वेधशाला ‘आदित्य-एल1’ अपने गंतव्य तक पहुंच गई है। 110 दिनों की यात्रा, 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करने और बाद में एक सटीक कक्षा में प्रवेश के बाद, आदित्य-एल1 मिशन को अंतरिक्ष की विशालता में एक इष्टतम स्थान पर सफलतापूर्वक पार्क किया गया है, जहां से उसे सूर्य का अबाधित दृश्य दिखाई देगा। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने खबर साझा की और कहा कि भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की है। भारत की पहली सौर वेधशाला, आदित्य-एल1 अपने गंतव्य तक पहुंच गई…

#ArtificialInteligence: AI ने छीन ली नौकरी? Paytm ने कहा ‘AI ने उम्मीद से ज्यादा काम किया’, 1000 से ज्यादा कर्मचारियों को निकाला

तकनीकी डेस्क (Bns)। एआई ‘AI यानी की “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” आज के समय में जहां इंसानों के काम को चुटकियों में करने में सक्षम है। तो वहीं दूसरी ओर इसके होने से लोगों की नौकरियों पर खतरा मड़राने लगा है। एआई के आ जाने से इंसान से ज्यादा काम मशीने कर रही हैं और एम्प्लॉयर्स को लग रहा है कि जब हम काम लागत में ज्यादा फायदा कमा सकते हैं तो इंसानों को नौकरी पर क्यों रखें। एआई की वजह से नौकरी जाने का ताजा मामला पेटीएम (Paytm) से सामने आया…

#BHASHINI: AI ऐप ने किया कमाल, चुटकियों में होगा अनुवाद, भारत के किसी कोने में चले जाएं, नहीं होगी भाषा की दिक्कत। देखें App आपके कितने काम का है ..

न्यूज़ डेस्क (Bns)। भारत के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग भाषायें बोली जाती हैं। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि भाषा के आधार पर उत्तर और दक्षिण भारत के लोगों के बीच भेदभाव किया जाता है। भाषा की दिक्कत से जुड़ा ताजा मामला आईएनडीआईए की बैठक का है। इस गठबंधन में पूरे देश से राजनितिक दलों को जोड़ा गया है। जाहिर है पूरे देश के लोग जब इसका हिस्सा हैं तो भाषा से जुड़ी दिक्कतें वहां भी आएंगी। ऐसा ही कुछ हुआ इंडी अलायन्स की हालिया बैठक में। बिहार के मुख्यमंत्री…

Aditya L1 Mission: बड़ी कामयाबी, कैप्चर कीं सूरज की शानदार तस्वीरें, 11 अलग-अलग रंगों में दिखा अद्भूत नजारा, देंखें PHOTOS….

न्यूज़ डेस्क (Bns)। चंद्रयान-3 की सफलता के बाद इसरो के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 ने भी कमाल कर दिया है। अंतरिक्ष यान पर लगे सोलर अल्ट्रावॉयलट इमेजिंग टेलीस्कोप (SUIT) इंस्ट्रूमेंट ने 200-400 एनएम वेवलेंथ रेंज में सूरज की पहली फुल-डिस्क तस्वीरों को सफलतापूर्वक कैप्चर किया है। SUIT विभिन्न वैज्ञानिक फिल्टरों का इस्तेमाल करके इस वेवलेंथ रेंज में सूर्य के प्रकाशमंडल और क्रोमोस्फीयर की इमेजेस को कैप्चर करता है। इसरो ने SUIT द्वारा क्लिक की गईं तस्वीरों को भी साझा किया है। इसमें अलग-अलग रंगों की तस्वीरों में सूरज दिखाई…

Aditya-L1 Mission: Chandrayaan-3 के बाद Aditya L1 ने अंतरिक्ष से ली धरती और चांद की तस्वीरें, देखें अद्भुत नजारा

न्यूज़ डेस्क। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंज बिंदु (एल1) के लिए निर्धारित आदित्य-एल1 ने एक सेल्फी ली है और साथ ही पृथ्वी और चंद्रमा की तस्वीरें भी ली हैं। इसरो ने तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपलोड की हैं। भारत की अंतरिक्ष आधारित सौर वेधशाला, आदित्य-एल1 को 2 सितंबर को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान -एक्सएल (पीएसएलवी-एक्सएल) संस्करण नामक एक भारतीय रॉकेट द्वारा निम्न पृथ्वी कक्षा (एलईओ) में कक्षा में स्थापित किया गया था। तब से इसरो द्वारा अंतरिक्ष यान की कक्षा दो बार बढ़ाई गई…

#AdityaL1Mission: चांद के बाद अब सूर्य की तरफ बढ़े ISRO के कदम, ‘सूर्य नमस्कार’ करने के लिए रवाना हुआ आदित्य एल-1, ISRO ने किया सफल प्रक्षेपण, सभी उपकरण सही से कर रहे काम

न्यूज़ डेक(Bns)। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद इसरो (ISRO) ने शनिवार को एक और इतिहास रच दिया। भारत के पहले सूर्य मिशन AdityaL1 को सफलतापूर्वक लांच कर दिया गया है। इसकी जानकारी इसरो ने दी है। आदित्य एल1 अनंत आसमान की तरफ तेजी से बढ़ता जा रहा है। सारे उपकरण सही तरह से काम कर रहे हैं। 44.4 मीटर लंबा ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) चेन्नई से लगभग 135 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से सुबह 11.50 बजे निर्धारित समय पर शानदार ढंग से आसमान की तरफ रवाना…

Chandrayaan-3 Update: हेलो धरतीवासियों! मैं चंद्रयान-3 का प्रज्ञान रोवर, आप सब ठीक होंगे, विक्रम लैंडर हमारी सेहत अच्छी है, बहुत अच्छा परिणाम जल्द आने वाला है…’ रहस्यों को करूंगा उजागर….

न्यूज़ डेस्क। चंद्रयान-3 को लेकर ISRO की तरफ से बड़ा अपडेट सामने आया है। ISRO ने बताया है कि चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ऑक्सीजन होने की जानकारी दी है। इसके साथ-साथ ‘प्रज्ञान’ ने चांद पर कई पदार्थों के होने के बारे में भी बताया है। ISRO की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, चांद की सतह पर एल्युमीनियम (Al), सल्फर (S), कैल्शियम (Ca), आयरन (Fe), क्रोमियम (Cr), और टाइटेनियम (Ti) और सिलिकॉन (सी) की मौजूदगी का भी पता चला है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान…

#MissionSun #AdityaL1: ISRO ने किया ऐलान, चंद्रयान 3 की सफलता के बाद, अब…आगे सूरज दादा पर रचेंगे नया इतिहास….सूर्य देव आ रहे हैं हम….

न्यूज़ डेस्क (Bns)। हिंदुस्तान चांद को छूने के बाद अब सूर्य की ओर जाने की तैयारी कर रहा है। चंद्रयान-3 की कामयाबी के बाद अब आदित्य L1 की तैयारी हो रही है। लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान के चांद पर उतरने का जश्न अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी ISRO ने एक ऐसा ऐलान कर दिया, जिससे पूरी दुनिया हैरान है। 2 सितंबर को ISRO अपना पहला सूर्य मिशन लॉन्च करेगा। आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से मिशन आदित्य एल…

Chandrayaan-3: ISRO Scientists को संबोधित करते हुए भावुक हुए PM Modi- देखें Video, कहा- आपके साहस को सैल्यूट, ‘चंद्रयान-3’ की लैंडिंग वाले दिन को ‘नेशनल स्पेस डे’ के तौर पर मनाया जाएगा

न्यूज़ डेस्क (Bns)। बेंगलुरु में इसरो वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए PM मोदी भावुक हो गए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं जल्द से जल्द आपके दर्शन करना चाहता था और आपको सलाम करना चाहता था। मेरी आंखों के सामने 23 अगस्त का वो दिन, वो एक-एक सेकंड बार-बार घूम रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरु में इसरो के वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा कि आप ‘मेक इन इंडिया’ को चंद्रमा तक लेकर गए। आपने एक पूरी पीढ़ी को जागृत किया है और उन पर गहरी छाप छोड़ी है।…