धर्म डेस्क (Bns)। हिन्दू धर्म में बसंत पंचमी एक ऐसा त्योहार है जो ज्ञान, कला, संस्कृति और प्रकृति के संगम का प्रतीक है। यह नई शुरुआत, बुद्धि और ज्ञान प्राप्त करने का दिन है। बसंत पंचमी का न केवल धार्मिक बल्कि इसका ज्योतिषीय महत्व भी काफी गहरा है। यह दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। आइए जानते है, साल 2025 में बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा का कब है, इस दिन का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व क्या है और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है? प्रकृति का…
श्रेणी: धर्म-अध्यात्म/ पंचांग / राशिफल
छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपराओं और संस्कृति को प्रदर्शित करने का माध्यम बनेगा राजिम कुंभ कल्प : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रयाग के रूप में प्रसिद्ध राजिम में 12 फरवरी से 26 फरवरी 2025 तक कुंभ कल्प का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष यह अद्भुत धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन 52 एकड़ के नए प्रस्तावित मेला स्थल में संपन्न होगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंत्रालय महानदी भवन स्थित बैठक कक्ष में आज राजिम कुंभ कल्प के तैयारियों के संबंध में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने शाही स्नान, गंगा आरती, संत समागम समेत कुंभ कल्प के प्रमुख आयोजनों और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक व्यवस्थाएं…
Diwali 2024 Kab Hai: दिवाली की तारीख का कन्फ्यूजन हुआ दूर, ये रही सही तिथि और पूजा का शुभ मुहूर्त, जानें सही तिथि और शुभ मुहूर्त..
धर्म डेस्क(Bns)। इस साल दीवाली की तिथि को लेकर बहुत ज्यादा कंफ्यूज़न बना हुआ है। हिंदू पंचांग के अनुसार अमावस्या तिथि अक्टूबर 31, 2024 को 03:52 पी एम बजे से प्रारंभ हो रही है और ये नवम्बर 01 को शाम 06:16 पी एम बजे तक रहेगी। ऐसे में कुछ लोगों का मानना है कि जब शुरू हो रही है उसी दिन दीवाली मनानी चाहिए तो कुछ लोगों का मानना है कि दीवाली की पूजा प्रदोष काल में करनी चाहिए इसलिए दीवाली 1 नवंबर को मनाना ही सही है। ऐसे में…
Shardiya Navratri 2024: कब से शुरू हो रही है शारदीय नवरात्रि? जानें सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि, जरूर जान लें ये बातें…
धर्म डेस्क(Bns)। नवरात्रि के दिनों में देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान देवी मंदिरों में विशेष तैयारियां की जाती हैं। शारदीय नवरात्रि के पहले दिन लोग अपने घरों में घटस्थापना या कलश स्थापना करते हैं। साथ ही लोग माता रानी को प्रसन्न करने के लिए नौ दिनों तक व्रत भी रखते हैं। शारदीय नवरात्रि में विधिपूर्वक देवी मां की उपासना करने घर-परिवार में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। हर साल आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की…
”सुषमा के स्नेहिल सृजन”…✍️ छंद-रूप घनाक्षरी विश्वकर्मा जयंती
”सुषमा के स्नेहिल सृजन”…✍️ छंद-रूप घनाक्षरी विश्वकर्मा जयंती ———————————————— सकल सृष्टि के कर्ता, शिल्पकार विश्वकर्मा, ‘सुषमा’ सजाते विश्व, नमन है बारम्बार। श्रमदेव आशीष से, हुनर को पहचान, सुदृढ़ संकल्प लिए, कर्म करें कामगार। विज्ञान विधाता शिल्पी, वास्तु कला ज्ञाता शिल्पी, ऐसे दक्ष कारीगर, देव प्रभु शिल्पकार। स्वर्णमय लंका नाम, द्वारिका बसाया धाम, बंगाल की खाड़ी पुरी, चारों धाम में स्वीकार। ———————————————- *…✍️सुषमा प्रेम पटेल
‘विष्णु’ के घर कृष्ण जन्माष्टमी की धूम, मुख्यमंत्री ने दिव्यांग बच्चों संग मनाया त्यौहार
रायपुर। कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर आज भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मुख्यमंत्री निवास में धूमधाम से मनाया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस बार जन्माष्टमी अपने निवास पर दिव्यांग बच्चों के साथ मनाई। राधा और कृष्ण का रूप धरे रायपुर के तीन दिव्यांग संस्थाओं के 25 बच्चों की अठखेलियों से आज शाम मुख्यमंत्री निवास गुलजार रहा। मुख्यमंत्री श्री साय ने इन बच्चों के साथ भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की और प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उन्होंने पालने में बाल गोपाल के रूप में बिराजे दिव्यांग बालक…
Janmashtami Special 2024: भगवान श्री कृष्ण को अति प्रिय है ये 4 राशियां, इन पर सदा रहती है कान्हा ही कृपा, जन्माष्टमी पर होगी विशेष कृपा, दिलाएंगे…..
धर्म डेस्क (Bns)। हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्म उत्सव मनाया जाता है। भगवान श्री कृष्ण के भक्त बड़ी बेसब्री से कृष्ण जन्माष्टमी का इंतजार कर रहे होते हैं। इस दिन भक्त भगवान श्री कृष्णा की भक्ति में लीन हो जाते हैं। कुछ भक्त तो ऐसे होते हैं जो सालों भर लड्डू गोपाल की पूजा-अर्चना एक बच्चे की तरह करते हैं। वहीं, इस साल कृष्ण जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुल 12 राशियां होती हैं, जिनमें से 4…
Krishna Janmashtami 2024: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कब है? पढ़ें…श्रीकृष्ण पूजन का शुभ मुहूर्त व व्रत पारण का समय…
धर्म डेस्क(Bns)। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। हिंदू धर्म में भगवान श्रीकृष्ण की बहुत बड़ी महिमा मानी जाती है। मान्यता है कि भादो मास की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में आधी रात को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इस दिन श्रीकृष्ण भगवान की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है और व्रत रखा जाता है। कृष्ण जन्माष्टमी को कृष्णाष्टमी, गोकुलाष्टमी, अष्टमी रोहिणी, श्रीकृष्ण जयंती और श्री जयंती के नाम से भी…
Raksha Bandhan 2024: जब मां लक्ष्मी ने राजा बलि को बांधी थी पहली राखी, दिलवायी भगवान विष्णु को मुक्ति, जानें रक्षा बंधन की रोचक कहानी…।
धर्म डेस्क(Bns)। रक्षा बंधन कहानी “येन बद्धो बलिराजा…“, ये मंत्र तो आपने सुना ही होगा। जी हां, जब भी रक्षा सूत्र बांधा जाता है, तो यह मंत्र जरूर पढ़ा जाता है। बहनें जब भाइयों को राखी बांधती हैं, तब भी इस मंत्र का उच्चारण किया जाता है। क्या आप जानते हैं, यह मंत्र क्यों पढ़ा जाता है, इस मंत्र के पीछे की धार्मिक घटना क्या है? आइए रक्षा बंधन त्योहार के पवित्र मौके पर जानते हैं, इस मंत्र से रक्षा बंधन की कथा का क्या संबंध है और माता लक्ष्मी…
Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन पर आज रहेगा इतने घंटे का शुभ समय, जानें राखी बांधने का मुहूर्त और विधि, पंचक सहित इस घड़ी तक रहेगा भद्रा का साया, देखें सबसे शुभ मुहूर्त….
धर्म डेस्क। भारतीय संस्कृति में, रक्षा का त्योहार भाई-बहन के बीच प्यार, स्नेह और बंधन का प्रतीक है। इस दिन बहनें राखी, रोली (पवित्र लाल धागा), चावल, मिठाई और दीयों से थाली तैयार करती हैं। वे आरती करती हैं और भाइयों के माथे पर तिलक लगाती हैं और राखी बांधती हैं। बदले में भाई अपनी बहनों की रक्षा करने का वादा करते हैं और उनके प्यार के प्रतीक के रूप में उपहार या पैसे देते हैं। रक्षा बंधन हिंदू माह श्रावण की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। द्रिकपचांग के…