धर्म डेस्क(Bns)। हिंदू धर्म में हर महीने को विशेष माना गया है लेकिन चैत्र का महीना खास होता है जो कि हिंदू नव वर्ष का पहला महीना होता है इस बार चैत्र की शुरूआत 26 मार्च दिन मंगलवार को प्रारंभ हो चूका है और इसका समापन 23 अप्रैल को होगा।
प्राचीन काल में दुनिया भर में मार्च को ही वर्ष का पहला महिना माना जाता था। आज भी बहीखाते का नवीनिकरण और मंगल कार्य की शुरुआत मार्च में ही होती है। ज्योतिष विद्या में ग्रह, ऋतु, मास, तिथि एवं पक्ष आदि की गणना भी चैत्र प्रतिपदा से ही की जाती है। मार्च से ही सूर्य मास अनुसार मेष राशि की शुरुआत भी मानी गई है।
चैत्र मास मां दुर्गा की साधना को समर्पित होता है इस महीने पूजा पाठ और व्रत करना लाभकारी होता है चैत्र के महीने में कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें गलती से भी नहीं करने चाहिए तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि इस महीने किन कार्यों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए तो आइए जानते हैं।
न करें ये कार्य
- चैत्र माह में भूलकर भी तामसिक और मांसाहार भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि चैत्र माह में इस तरह का भोजन करने से धन की देवी मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं और जीवन में आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- इसके अलावा इस माह में गुड़ नहीं खाना चाहिए। गुड़ की तासीर गर्म होती है। ऐसे में गर्मी के दौरान गुड़ का सेवन करने से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
- चैत्र माह में बाल नहीं कटवाने चाहिए। मान्यता है कि इस माह में बाल कटवाने से घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चैत्र माह में घर में किसी से लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए। विशेषकर पति और पत्नी को लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि स्त्री मां लक्ष्मी का रूप होती हैं। इसलिए इस माह में इस तरह की गलती भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
कर सकते हैं नया कार्य
वेद-पुराणों की मानें तो चैत्र माह का पहला दिन अधिक शुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन किसी नए कार्य को करने के लिए अच्छा माना जाता है।