बेंगलुरु। कर्नाटक के बेंगलुरू में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की युवा वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने यह दशक न्यू इंडिया के लिए महत्वपूर्ण है। अगला दशक भारत की ताकत और वैश्विक स्थिति तय करेगा। यह दशक उन युवाओं और नवोन्मेषकों के लिए है जो 21 वीं सदी में पैदा हुए हैं या युवा हैं।
बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी #DRDO की 5 युवा वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं का कर रहे हैं उद्घाटन
Live- https://t.co/rTsjogLiNe pic.twitter.com/ebdbhatkx1— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) January 2, 2020
PM मोदी ने आगे कहा कि ये संयोग ही है कि अभी कुछ समय पहले में तुमकुर में किसानों के कार्यक्रम में था और अब यहां देश के जवान और अनुसन्धान कि चिंता करने वाले आप सभी साथियों के बीच में हूं और कल मुझे साइंस कांग्रेस में जाना है। मुझे संतोष है कि Advanced Technologies के क्षेत्र में 5 लैब्स स्थापित करने के सुझाव पर गंभीरता से काम हुआ और आज बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद और मुंबई में 5 ऐसे संस्थान शुरू हो रहे हैं।
Addressing a programme at DRDO in Bengaluru. Watch. https://t.co/vTSJDXTkSg
— Narendra Modi (@narendramodi) January 2, 2020
उन्होंने आगे कहा कि ये प्रयोगशालाएं सिर्फ तकनीक का परीक्षण नहीं करेंगी, यह हमारे युवा वैज्ञानिकों के स्वभाव और धैर्य का भी परीक्षण करेंगी। इससे आपको सकारात्मकता और उद्देश्य से प्रेरित होना चाहिए। आपको याद होगा कि 130 करोड़ भारतीयों के जीवन को आसान और सुरक्षित बनाना आपकी ज़िम्मेदारी है। आज का ये कार्यक्रम तो एक शुरुआत है. आपके सामने सिर्फ अगला 1 साल नहीं बल्कि अगला 1 दशक है। इस 1 दशक में DRDO का मीडियम और लॉन्ग टर्म रोडमैप क्या हो, इस पर बहुत गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।
एक प्रकार से कर्नाटक का मेरा प्रवास, जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान की #NewIndia की भावना को समर्पित है; #DRDO की युवा वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं के उद्घाटन के मौके पर पीएम का संबोधन
Live- https://t.co/rTsjogLiNe pic.twitter.com/EmqYw4EMiD— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) January 2, 2020
PM नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि मैं DRDO को उस ऊंचाई पर देखना चाहता हूं जहां वो न सिर्फ भारत के वैज्ञानिक संस्थानों की दिशा और दशा तय करे।बल्कि दुनिया के अन्य बड़े संस्थानों के लिए भी प्रेरणास्रोत बने। आपने भारत के मिसाइल कार्यक्रम को दुनिया के सबसे उत्कृष्ट कार्यक्रमों में शामिल किया है।बीता वर्ष तो Space और Air Defense के क्षेत्र में भारत के सामर्थ्य को नई दिशा देने वाला रहा है।