लैंगिक अपराधों की रोकथाम के लिए संवेदनशीलता बढ़ाने की होगी पहल

लैंगिक अपराधों की रोकथाम के लिए संवेदनशीलता बढ़ाने की होगी पहल

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से राज्य अतिथि गृह पहुना में राष्ट्रीय गरिमा अभियान से जुड़े प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य मुलाकात की और महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध होने वाली लैंगिक अपराधों पर कड़ाई से रोकथाम लगाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधि मंडल को छत्तीसगढ़ में इस तरह के अपराधों के रोकथाम के लिए समुचित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि लैंगिक अपराधों की रोकथाम के लिए प्रशासन और समाज को संवेदनशील बनाने की पहल की जाएगी। इनकी समस्याओं उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय गरिमा अभियान के अंतर्गत लैंगिक अपराधों से उबरे पीडि़तों द्वारा देशभर में डिग्निटी मार्च निकाला जा रहा है। मुम्बई से 20 दिसम्बर 2018 को शुरू डिग्निटी मार्च महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, पुदुचेरी, तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश से होते हुए कल रायपुर पहुंचा और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने 70 सदस्यीय इस दल के सभी सदस्यों को लंच बॉक्स भेंट किया।

मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि महिलाओं और बच्चों के विरूद्ध होने वाले लैगिंक अपराधों पर सख्ती से कार्रवाई के साथ-साथ पीडि़तों के पुर्नवास और सहायता भी उपलब्ध करायी जाए, जिससे पीडि़त महिलाएं एवं बच्चे समाज की मुख्यधारा में सम्मान के साथ जीवन यापन कर सकें। प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि पीडि़तों को न्याय दिलाने के साथ ही अन्य प्रकार की सुविधाएं जैसे- पुलिस स्टेशन में प्रकरणों को दर्ज करने, गवाहों की सुरक्षा आदि विषयों पर ध्यान दिया जाए। गर्भवती महिलाओं के विरूद्ध लैंगिक अपराधों में तत्काल चिकित्सीय सहायता देने के लिए चिकित्सकों की जिम्मेदारी तय की जाए। प्रदेश में पाक्सो एक्ट का भी प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ में इन अपराधों के रोकथाम की दिशा में कड़ी कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया।

00 मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय गरिमा अभियान के प्रतिनिधियों को दिलाया भरोसा

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