नई दिल्ली। एनसीईआरटी ( NCERT) की स्कूली पाठ्यपुस्तकों (school textbooks) में इंडिया (India) की जगह भारत (Bharat) शब्द के इस्तेमाल की सिफारिश की चल रही खबरों के बीच जब बोर्ड से संपर्क किया गया तो कहा गया कि पर किसी भी प्रकार कि टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।
बता दें कि आज पहले खबर आई थी कि राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के पाठ्यक्रम में संशोशन के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति ने सभी स्कूली पाठ्यपुस्तकों में इंडिया की जगह भारत शब्द के इस्तेमाल की सिफारिश की है।
Response to the Uproar on the Recommendation of India to be mentioned as Bharat in NCERT’s Textbooks
On the news in media being flashed about changing the name of India into Bharat in all NCERT textbooks,— NCERT (@ncert) October 25, 2023
NCERT states that since the development of new syllabus and textbooks is in the process and for that purpose various Curricular Area Groups of domain experts are being notified by the NCERT.
— NCERT (@ncert) October 25, 2023
एनसीईआरटी का कहना है कि चूंकि एनसीईआरटी नए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें विकास की प्रक्रिया में संलिप्त है और इस उद्देश्य के लिए एनसीईआरटी द्वारा संबंधित विषय विशेषज्ञों के विभिन्न पाठ्यचर्या क्षेत्र समूहों को अधिसूचित किया जा रहा है। अतः, संबंधित मुद्दे पर मीडिया में चल रही खबरों पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।
बता दें कि पहले खबर आई कि समिति के अध्यक्ष सी.आई. आइजक के अनुसार, समिति ने पाठ्यपुस्तकों में इंडिया की जगह “भारत” शब्द के इस्तेमाल, ‘प्राचीन इतिहास’ के स्थान पर ‘क्लासिकल हिस्ट्री’ शुरू करने, सभी विषयों के पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) शुरू करने की सिफारिश की।हालांकि, एनसीईआरटी के अध्यक्ष दिनेश सकलानी ने कहा कि समिति की सिफारिशों पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
आइजक ने पीटीआई-भाषा से कहा, समिति ने सर्वसम्मति से सभी कक्षाओं की पाठ्यपुस्तकों में भारत शब्द के इस्तेमाल की सिफारिश की है। हमने प्राचीन इतिहास के स्थान पर ‘क्लासिकल हिस्ट्री’ पढ़ाने की भी अनुशंसा की है। आइजक ने कहा, भारत सदियों पुराना नाम है. 7,000 साल पुराने विष्णु पुराण जैसे प्राचीन ग्रंथों में भारत नाम का इस्तेमाल किया गया है।
So, it is too premature to comment on the news being flashed in the media on the concerned issue. #NCERT @ProfSaklani @ssrivastava66 @ap_behera
— NCERT (@ncert) October 25, 2023
भारत नाम पहली बार आधिकारिक तौर पर तब सामने आया, जब सरकार ने हाल में नयी दिल्ली में हुए जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान “प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया” के बजाय प्रेसिडेंट ऑफ भारत के नाम से निमंत्रण भेजा था। सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नाम पट्टिका पर भी इंडिया के बजाय “भारत” लिखा गया। आइजक ने कहा कि समिति ने पाठ्यपुस्तकों में विभिन्न लड़ाइयों में हिंदुओं की विजयों पर प्रकाश डालने के लिए कहा है।
एनसीईआरटी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप स्कूली पाठ्यपुस्तकों के पाठ्यक्रम को संशोधित कर रही है। परिषद ने हाल ही में इन कक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकों और शिक्षण सामग्री को अंतिम रूप देने के लिए 19 सदस्यीय राष्ट्रीय पाठ्यक्रम एवं शिक्षण सामग्री समिति (एनएसटीसी) का गठन किया था। आइजक ने कहा, समिति ने सभी विषयों के पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) को शामिल करने की भी सिफारिश की है।