नई दिल्ली। नए साल की शुरुआत नए उम्मीदों के साथ हो गई है। लिहाजा यह साल भारत के लिए कई मायनों में खास रहने वाला है। भारत वैश्विक स्तर पर खुद को मजबूत करने के लिए इस साल अत्यधिक सक्रिय रह सकता है। 1 जनवरी 2021 से भारत एक अहम भूमिका में नजर आएगा। जी हां, 1 जनवरी से भारत एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी कि UNSC का अस्थाई सदस्य बन जाएगा। साल 2020 में हिमालय के उस पार से मिली चुनौतियों के कारण भारत पर पूरी दुनिया की नजर टिकी थी। UNSC में चीन हमेशा भारत के रास्ते में रोड़े अटकाता रहा है। इतना ही नहीं, वह लगातार कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ खड़ा रहा है। हालांकि, अब यह उम्मीद की जा रही है कि यह 2 साल की सदस्यता भारत के लिए अहम मौका साबित हो सकता है।
गौरतलब है कि UNSC में पांच स्थाई सदस्य और 10 अस्थाई सदस्य होते हैं। अस्थाई सदस्य के तौर पर भारत UNSC में आठवीं बार शामिल हो सका है। स्थाई सदस्यता के लिए चीन लगातार भारत का विरोध करता रहता है। संयुक्त राष्ट्र में चीन की स्थिति काफी मजबूत मानी जाती है। खुद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस बात को स्वीकार कर चुके हैं। ऐसे में भारत का UNSC का सदस्य होना अपने आप में अहम हो जाता है। चीन और पाकिस्तान की नापाक हरकतों के खिलाफ भारत को दुनिया के सामने अपना पक्ष रखने का एक बड़ा मंच मिलेगा।