वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह रविवार को ह्यूस्टन में होने वाले ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में बड़ी घोषणा कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ करीब 50,000 भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करेंगे।
वाशिंगटन डीसी से कैलिफोर्निया जाते समय एयर फोर्स वन विमान में जब पत्रकारों ने ट्रंप से पूछा कि क्या वह ह्यूस्टन रैली में कोई बड़ी घोषणा करेंगे। इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि हो सकता है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ हमारे बहुत अच्छे रिश्ते हैं। हालांकि, उन्होंने इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दोनों देशों के अधिकारी ह्यूस्टन में मोदी और ट्रंप की मुलाकात से पहले एक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रंप ने शिकायत की थी कि भारत द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर लगाए जाने वाले शुल्क अब स्वीकार्य नहीं हैं, जिसके बाद दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया है।
ह्यूस्टन कार्यक्रम के लिए भारतीय-अमेरिकियों के रिकॉर्ड संख्या में पंजीकरण कराने के बारे में ट्रंप ने कहा कि उनके रैली में शामिल होने की घोषणा के बाद इस कार्यक्रम के लिए भीड़ और बढ़ गई है। इस कार्यक्रम के लिए 50,000 से अधिक भारतीय-अमेरिकियों ने पंजीकरण कराया है। ट्रंप ने कहा कि उनके भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं।
व्हाइट हाउस ने दोनों देशों के बीच विशेष जुड़ाव रेखांकित करते हुए सोमवार को घोषणा की थी कि ट्रंप 22 सितंबर को मोदी के साथ ह्यूस्टन रैली में भाग लेंगे। यह पहली बार होगा, जब ट्रंप और मोदी मंच साझा करेंगे। यह दोनों नेताओं की तीन महीनों में तीसरी बैठक होगी। इससे पहले उन्होंने जून में जापान में जी-20 शिखर सम्मेलन और पिछले महीने फ्रांस में जी-7 शिखर सम्मेलन में मुलाकात की थी।
मोदी दूसरी बार लोकसभा चुनाव मई में जीतने के बाद पहली बार अमेरिका जाएंगे। मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इस महीने एक हफ्ते से भी कम अंतराल पर दो बार मुलाकात कर सकते हैं। अमेरिका में भारत के शीर्ष राजदूत हर्षवर्धन श्रृंगला ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच रणनीतिक संबंधों में यह क्षमता है कि वह इस शताब्दी की परिभाषित करने वाली साझेदारी बन जाए। मोदी शनिवार को ह्यूस्टन पहुंचेंगे। एक दिन बाद ट्रंप विशाल हाउडी मोदी रैली को संबोधित करने उनके साथ मौजूद होंगे। ये दोनों नेता संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर न्यूयॉर्क में फिर मुलाकात करेंगे।