न्यूज़ डेस्क। पाकिस्तान में हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हमले थमने का नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला सिंध के खिप्रो का है, जहाँ कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा कर रहे हिंदुओं पर कट्टरपंथियों मुस्लिमों ने हमला किया और भगवान कृष्ण की मूर्तियों को भी खंडित कर दिया। बताया जा रहा है कि यह जगह जबरन धर्म परिवर्तन के लिए काफी बदनाम है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में सोमवार (30 अगस्त) को हिंदू समुदाय के लोग अपने त्योहार कृष्ण जन्माष्टमी पर पूजा कर रहे थे, जिससे मुस्लिम कट्टरपंथी भड़क गए। कुछ देर बाद ही कट्टरपंथियों की भीड़ पूजा स्थल पर गई और उन्होंने कृष्ण जन्माष्टमी पर पूजा कर रहे लोगों को मारपीट कर वहाँ से भगा दिया। इसके बाद उन्होंने भगवान कृष्ण के मूर्ति को भी क्षतिग्रस्त किया। सोशल मीडिया पर इस घटना की तस्वीरें शेयर की जा रही हैं।
पाकिस्तानी एक्टिविस्ट और वकील राहत ऑस्टिन ने ट्वीट कर बताया, ”सिंध के खिप्रो में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई है। हिंदू भगवान का अपमान किया गया है, क्योंकि वे भगवान कृष्ण का जन्मदिन (जन्माष्टमी) मना रहे थे। पाकिस्तान में इस्लाम के खिलाफ ईशनिंदा के झूठे आरोप में भी मॉब लिंचिंग या मौत की सजा दी जाती है, लेकिन गैर-मुस्लिम देवताओं के खिलाफ अपराध में कोई सजा नहीं होती है।”
https://twitter.com/johnaustin47/status/1432300643163656206?s=20
उन्होंने आगे लिखा, ”मैं हिंदू धर्म के बारे में गहराई से नहीं जानता। “मंदर” शब्द का अर्थ है मंदिर। मैं उस वीडियो को पोस्ट करने जा रहा हूँ जो मुझे मिला है, जहाँ इस घटना की रिपोर्ट करने वाला व्यक्ति कहता है कि ये मंदिर है। मैंने इसके लिए अस्थायी पूजा स्थल शब्द का इस्तेमाल किया, लेकिन रिपोर्टर ने इसका उल्लेख नहीं किया।” राहत ऑस्टिन ने कहा कि मजे की बात यह है कि आप और मैं, दोनों पाकिस्तान में नहीं रहते। रिपोर्टर पाकिस्तान में रहता है और जब यह घटना हुई तब वह वहीं था।
https://twitter.com/johnaustin47/status/1432353134353870854?s=20
राहत ऑस्टिन के अलावा सोशल मीडिया पर इस घटना को पकिस्तान में रहने वाले कई और लोगों ने भी शेयर किया है। इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं, इस्लामी कट्टरपंथियों ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदूओं की आस्था को कैसे चोट पहुँचाई है।
A Hindu temple is vandalized in #Pakistan #Sindh Khipro,Sanghar, On occasion of #Janamashtami aim to insult Hindu God as they were celebrating the bday of Shri Krishna.#Janmashtami2021#KrishnaJanmashtami#Krishna@igopalgoswami @OpIndia_com @PMOIndia @HMOIndia @TajinderBagga pic.twitter.com/JVeZhSL8Gn
— 🇮🇳 शंकर Shankar (@ishankarIN) August 30, 2021
A Hindu temple is vandalized in Khipro,Sanghar,Sindh, to insult Hindu God as they were celebrating the birthday of Lord Krishna.#Janamashtami #janamashtami2021 @RehamKhan1 @arbab_lutfullah @ChandioJami @Viniii112 @junejo_gr @MuradAliShahPPP @murtazasolangi @MuradAliShahPPP pic.twitter.com/PrqWhof3dw
— Mukesh Raja 🇵🇰 (@MukeshRajaThar) August 30, 2021
वहीं, इस वीडियो को पाकिस्तान में ‘द राइज न्यूज’ की पत्रकार और संस्थापक संपादक वींगास (Veengas) ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि खिप्रो में जन्माष्टमी पर कुछ लोगों ने तोड़-फोड़ की। क्या दोषियों को सजा मिलेगी? इससे पहले भी उन्होंने हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई है।
In Khipro, some vandalized morti on #Janamashtami — Will culprits be punished? pic.twitter.com/gqB5iaH13Q
— Veengas (@VeengasJ) August 30, 2021
पाकिस्तान में इस महीने की शुरुआत में (4 अगस्त 2021) पंजाब सूबे के रहीमयार खान के पास स्थित भोंग में गणेश मंदिर में इस्लामवादी कट्टरपंथियों ने तोड़फोड़ की थी। वींगास ने उस समय की घटना का वीडियो साझा करते हुए लिखा था, ”पंजाब के रहीमयार खान के गाँव भोंग के गणेश मंदिर में तोड़फोड़ की गई है। एक बार फिर पाकिस्तान में हिंदुओं पर हमला किया गया।”
Ganesh Temple, village Bhong in Rahim Yar Khan, Punjab has been ravaged.
Another day, another attack on Hindus in Pakistan. pic.twitter.com/grLlT582XL— Veengas (@VeengasJ) August 4, 2021
कट्टरपंथी इस्लामी भीड़ हिंदुओं के मंदिर में घुसकर भगवान गणेश, शिव-पार्वती की मूर्तियों को तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने मंदिर में लगे झूमर, घंटे को भी तहस-नहस कर दिया और मंदिर परिसर को भी काफी नुकसान पहुँचाया था। इसके बाद पाकिस्तानी कट्टरपंथियों ने इस पूरी घटना को फेसबुक पर लाइव भी किया। वो यही नहीं रुके। घटना को अंजाम देने के बाद उन्होंने मंदिर को आग के हवाले कर दिया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस में की,तो उन्होंने हिंदुओं की बात पर कोई ध्यान नहीं दिया। इसके बाद पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से हस्तक्षेप की गुहार लगाई थी।