पांच डिसमिल से कम रकबे के भूखंडों की रजिस्ट्री में आई तेजी

पांच डिसमिल से कम रकबे के भूखंडों की रजिस्ट्री में आई तेजी

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर राज्य में पांच डिसमिल से कम रकबे के भू-खण्डों की खरीद-बिक्री पर रोक हटाए जाने के बाद ऐसे भू-खण्डों के पंजीयन में लगातार तेजी आ रही है। वाणिज्यिक-कर (पंजीयन) विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विगत तीन दिनों में प्रदेश के विभिन्न जिलों में 441 भू-खण्डों का पंजीयन किया गया। इस महीने की 1से 3 जनवरी तक इनमें से सर्वाधिक 135 पंजीयन रायपुर जिले में किए गए। दुर्ग जिले में 66, बिलासपुर जिले में 48, कांकेर जिले में 37, राजनांदगांव जिले में 29, बलौदाबाजार जिले में 29 पंजीयन किए जा चुके हैं। महासमुन्द जिले में 17 भू-खण्डों का पंजीयन हो चुका है। अन्य जिलों में भी पंजीयन लगातार जारी है। बेमेतरा जिले में 10 और धमतरी जिले में 14 पंजीयन विगत तीन दिनों में किए जा चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छोटे भू-खण्डधारकों को रजिस्ट्री में आ रही व्यावहारिक कठिनाईयों को देखते हुए राजस्व विभाग को उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने जनघोषणा पत्र में भी जनता से इस आशय का वादा किया था। नये वर्ष 2019 की शुरूआत होते ही उनका यह वादा साकार होने लगा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजस्व विभाग ने तत्परता से अमल करते हुए पिछले सप्ताह 29 दिसम्बर को वाणिज्यिक-कर (पंजीयन) विभाग को परिपत्र जारी कर दिया था। परिपत्र में पूर्व के जारी आदेशों को स्थगित करते हुए नया आदेश दिया गया, जिसमें पांच डिसमिल से कम रकबे के भू-खण्डों पर खरीद-बिक्री पर रोक हटा ली गई। राज्य में अब ऐसे भू-खण्डों का नामांतरण और पंजीयन आसान हो गया है, इससे निम्न-मध्यम वर्गीय और मध्यम वर्गीय हजारों लोगों को काफी राहत मिलेगी।

00 अब तक 441 भू-खण्डों का हुआ पंजीयन

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