Operation Sindoor Live: ऑपरेशन सिंदूर में कब क्या हुआ, सेना दे रही पूरी डिटेल; कैसे चुन-चुनकर मारा

नई दिल्ली। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में आतंकियों ने मासूम पर्यटकों को निशाना बनाया था। जम्मू कश्मीर में आने वाले पर्यटक सबसे ज्यादा अपने हनीमून पीरियड में ही आते हैं। पहलगाम में आतंकियों ने मामूम पर्यटकों का धर्म पूछकर आदमियों को गोली मारी और उनकी पत्नियों या परिवार से कहा कि ये जाकर मोदी को बताओ। हिंदू धर्म में महिलाओं की मांग के सिंदूर का अर्थ उनके पति की लंबी उम्र की प्रर्थना के लिए होता है। महिलाए मांग में सिंदूर अपनी शादी की पहचान और अपने पति की निशानी के तौर पर लगाती हैं और इसी सिंदूर को पत्नियों के आगे आतंकियों ने गोली मारकर उजाड़ दिया था।

पूरा देश बदले की आग में झुलस रहा था। आतंकवादियों ने इस बार सबसे दर्दनाक हमला किया था, जिसने भारतीय की आत्मा पर प्रहार किया था। पीएम मोदी से भी कसम खाई थी कि कल्पना से परे आतंकियों को सजा दी जाएगी। अब भारत ने एयर स्ट्राइक करके आतंकियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया है। इस पूरे ऑपरेशन को ऑपरेशन सिंदूर का नाम दिया गया। इस नाम का चयन खुल भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने किया है। ऐसा सूत्र दावा कर रहे हैं।

पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर भारतीय सशस्त्र बलों के हमले का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुना। सूत्रों ने कहा कि आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 नागरिकों की हत्या कर दी थी जिनमें सभी पुरुष थे और अनेक मृतकों की पीड़ित पत्नियों को ध्यान में रखते हुए जवाबी अभियान के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम सबसे मुफ़ीद समझा गया।

गत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा मुरीदके शामिल हैं। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 नागरिकों के नरसंहार के दो सप्ताह बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत ये सैन्य हमले किए गए।

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