इस साल 102 शहरों में सभी को उज्ज्वला कनेक्शन
नई दिल्ली। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय (Union Forest and Environment Ministry) ने देश के 102 शहरों में प्रदूषण से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनकैप) शुरू किया है। अगले पांच सालों में इन शहरों के प्रदूषण में 30 फीसदी की कमी लानी है। इसी कड़ी में इन शहरों में इस साल के अंत तक हर गरीब को उज्ज्वला योजना (Ujjwala Scheme) के तहत गैस कनेक्शन भी उपलब्ध कराए जाएंगे। ताकि लोग भोजन पकाने के लिए केरोसिन या चूल्हा जलाने पर निर्भर न रहें। जो इनडोर प्रदूषण की प्रमुख वजह हैं।
पर्यावरण मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इस योजना को लागू करने के लिए जो विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है, उनमें कई उपायों के साथ इन शहरों में उज्ज्वला योजना का विस्तार भी है। इस साल के अंत तक इन शहरों के सभी गरीबों को अभियान चलाकर उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएंगे।
इससे भोजन पकाने से होने वाले प्रदूषण में कमी आएगी। आज भी छोटे शहरों की गरीब बस्तियों में भोजन पकाने के लिए लकड़ियां जलाई जाती हैं, जिससे प्रदूषण होता है। पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा इस योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। बता दें कि पिछले साल विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट में प्रदूषण से रोकथाम के लिए उज्ज्वला योजना की भूमिका को बेहद अहम माना गया था। योजना के तहत अब तक छह करोड़ से भी अधिक गैस कनेक्शन गरीबों को दिए जा चुके हैं। बता दें कि घर के भीतर होने वाले प्रदूषण से पर्यावरण को तो नुकसान पहुंचता ही है, यह मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। इसलिए इस मुहिम का दोहरा फायदा होगा।
राष्ट्रीय स्वच्छ हवा कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के जिन 15 शहरों को शामिल किया गया है, उनमें आगरा, प्रयागराज, अनपारा, बरेली, फिरोजाबाद, गजरौला, गाजियाबाद, झांसी, कानपुर, खुर्जा, लखनऊ, मुरादाबाद, नोएडा, रायबरेली तथा वाराणसी शामिल हैं। बिहार के पटना, गया और मुजफ्फरपुर को भी योजना में जगह दी गई है। इसी प्रकार उत्तराखंड के काशीपुर व ऋषिकेश और झारखंड के धनबाद को इस योजना का लाभ मिलेगा।
राष्ट्रीय स्वच्छ हवा कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के जिन 15 शहरों को शामिल किया गया है, उनमें आगरा, प्रयागराज, अनपारा, बरेली, फिरोजाबाद, गजरौला, गाजियाबाद, झांसी, कानपुर, खुर्जा, लखनऊ, मुरादाबाद, नोएडा, रायबरेली तथा वाराणसी शामिल हैं। बिहार के पटना, गया और मुजफ्फरपुर को भी योजना में जगह दी गई है। इसी प्रकार उत्तराखंड के काशीपुर व ऋषिकेश और झारखंड के धनबाद को इस योजना का लाभ मिलेगा।