वाराणसी। गरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ लगातार प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यहां साफ कर दिया कि तमाम दबावों के बावजूद उनकी सरकार इन फैसलों पर कायम है और रहेंगी।
दीनदयाल जी कहते थे- आत्मनिर्भरता और स्वयंसहायता सभी योजनाओं के केंद्र में होनी चाहिए। इन विचारों को सरकार की योजनाओं और कार्यसंस्कृति में निरंतर लाने का प्रयास किया जा रहा है। pic.twitter.com/Z4cAkDSyBX
— Narendra Modi (@narendramodi) February 16, 2020
पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का आनावरण करने के बाद अयोजित जनसभा में PM नरेंद्र मोदी ने कहा, “चाहे आर्टिकल 370 पर फैसला हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून पर फैसला हो, यह देश हित में जरूरी था। दबाव के बावजूद हम अपने फैसले के साथ खड़े हैं और इसके साथ बने रहेंगे। 70 सालों से पीछे छूटे फैसलों पर अब देश निर्णय ले रहा है। आजादी के बाद कालखंड में सुलझाने के बजाए उलझाने की राजनीति की गई।”
आज वाराणसी, पूर्वांचल का बहुत बड़ा मेडिकल हब बनकर उभर रहा है। यहां कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के आधुनिक इलाज के लिए कई अस्पताल तैयार हो चुके हैं। पहले जिन बीमारियों के इलाज के लिए दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में जाना पड़ता था, उनका इलाज यहीं पर मिल रहा है। pic.twitter.com/OfnfsZZPtV
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उन्होंने कहा, “अब यहां जो ये स्मृति स्थल बना है, उद्यान बना है, उनकी भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है, इससे आने वाली पीढ़ियों को भी दीनदयाल जी के आचार और विचार से प्रेरणा मिलती रहेगी। दीनदयाल उपाध्याय जी ने हमें अंत्योदय का मार्ग दिखाया था, यानी जो समाज की आखिरी पंक्ति में हैं, उनका उदय। 21वीं सदी का भारत, इसी विचार से प्रेरणा लेते हुए अंत्योदय के लिए काम कर रहा है।”
देशभर में आस्था और अध्यात्म से जुड़े तमाम बड़े केंद्रों को विकसित करने के साथ श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए उन्हें सुविधाजनक भी बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज बाबा विश्वनाथ की नगरी को ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर से जोड़ने वाली काशी-महाकाल एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई गई है। pic.twitter.com/4AoEXZsZKd
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प्रधानमंत्री ने कहा, “अंतिम पायदान के व्यक्ति को पहली पंक्ति में खड़ा करने का प्रयास जारी है। बनारस जैसे छोटे शहर ही देश को नई ऊंचाई देंगे। काशी में बाबा विश्वनाथ धाम और अयोध्या में श्रीराम धाम के भव्य दरबार का मार्ग प्रशस्त है। इससे पहले मोदी ने भोजपुरी में शिवरात्रि, रंगभरी एकादशी और होली की शुभकामनाएं दी।”
दीनदयाल उपाध्याय जी ने हमें अंत्योदय का मार्ग दिखाया था। यानि जो समाज की आखिरी पंक्ति में हैं, उनका उदय। 21वीं सदी का भारत इसी विचार से प्रेरणा लेते हुए अंत्योदय के लिए काम कर रहा है। जो विकास के आखिरी पायदान पर है, उसे विकास के पहले पायदान पर लाने के लिए काम हो रहा है। pic.twitter.com/kCZUnuPJcX
— Narendra Modi (@narendramodi) February 16, 2020
मोदी ने चंदौली के पड़ाव स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन पर वाराणसी की 1200 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। तीन ज्योतिर्लिग को जोड़ने वाली महाकाल एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ डिजायन द्वारा पिछले 2 वर्षों में, 30 जिलों के 3500 से ज्यादा शिल्पकारों, बुनकरों को डिजाइन में सहायता दी गई है।
क्राफ्ट से जुड़े उत्पादों में सुधार के लिए एक हजार कलाकारों को Tool Kit भी दिए गए हैं: पीएम मोदी #PMInKashi pic.twitter.com/nZtRygi5zk
— BJP (@BJP4India) February 16, 2020
उन्होंने कहा, “काशी में बाबा के दर्शन के बाद, उज्जैन में महाकाल के दर्शन कर पाएंगे। इसी ट्रेन से आगे बढ़कर इंदौर में ओंकारेश्वर में श्रद्धासुमन अर्पित कर पाएंगे। बीएचयू में आज जिस सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल का लोकार्पण हुआ है, उसका शिलान्यास 2016 के आखिरी में मैंने ही किया था। सिर्फ 21 महीनों में 430 बेड का यह अस्पताल बनकर काशी और पूर्वांचल के लोगों की सेवा के लिए तैयार हुआ है।”
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने बनारस और भदोही की कारपेट, सिल्क साड़ी, चंदौली का काला चावल, लकड़ी के खिलौने, फिरोजाबाद का कांच, आगरा के जूते, लखनऊ के चिकन कारीगरी, गुलाबी मीनाकारी, आजमगढ़ की ब्लैक पॉटरी, कन्नौज का इत्र, मुरादाबाद की धातु आदि कुल 26 जीआई उत्पाद का अवलोकन किया। साथ में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, राज्यमंत्री उदयभान सिंह, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर भी मौजूद रहे।