वाशिंगटन। ईरान के हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि ईरानी हमले से हमारे सैनिक अड्डे को मामूली नुकसान हुआ है। लेकिन किसी भी सैनिक की जान नहीं गई है। ट्रंप ने कहा कि हमारे पास शानदार सेना है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान नरम होता प्रतीत हो रहा है, जो कि सभी पक्षों के लिए अच्छी बात है।
उन्होंने कहा कि हमने कासिम सुलेमानी को मारा है। हमें पहले ही सुलेमानी को मार देना चाहिए था। सुलेमानी ने अमेरिकी सैनिकों की हत्या की साजिश रची थी। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जब तक मैं राष्ट्रपति हूं, तब तक ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति कभी नहीं दी जाएगी।
US President Donald J Trump on Iran's strike against US military installations in Iraq: As long as I am the President, Iran will never be allowed to have nuclear weapon. pic.twitter.com/sx6xkricQH
— ANI (@ANI) January 8, 2020
इससे पहले ट्रंप ने इराक में अमेरिकी बलों के दो अड्डों पर ईरान के मिसाइल हमले पर पहली प्रतिक्रिया दी थी। पेंटागन ने कहा था कि मंगलवार रात ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं। ईरान के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद यह कार्रवाई की गई। सुलेमानी पर हमले का आदेश शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिया था।
मिसाइल हमले के कुछ ही समय बाद ट्रंप ने ट्वीट किया, ‘सब ठीक है। इराक में दौ सैन्य अड्डों पर ईरान ने मिसाइल दागी। इससे हुए नुकसान और हताहतों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। अब तक सब ठीक है। हमारे पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली और सर्वसाधनयुक्त सेना है। मैं कल सुबह वक्तव्य दूंगा।’
इससे पहले ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा दल के साथ बैठक की जिसमें विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर मौजूद थे। हालांकि बैठक की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। व्हाइट हाउस के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप ने कतर अमीर शेख तमीम बिन हदम अल थानी से बात की और अमेरिका के साथ उनके देश की मजबूत साझेदारी के लिए शुक्रिया अदा किया। दोनों नेताओं ने इराक और ईरान में हालात पर चर्चा की।