नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कहा है कि अबतक देश के 10 राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टी हो चुकी है। केंद्र सरकार ने इसको लेकर सभी राज्यों, जहां बर्ड फ्लू की पुष्टी हुई है, उनको निर्देश दिए हैं। सोमवार को देश के विभिन्न हिस्सों में सैकड़ों पक्षियों की मौत हो गई है। इसी बीच सरकार ने कहा है कि बर्ड फ्लू के ह्यूमन ट्रांसमिशन को लेकर फिलहाल कोई वैज्ञानिक रिपोर्ट नहीं है। यानी पक्षियों से इंसान में बर्ड फ्लू फैलने की संभावना नहीं दिख रही है। सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए प्रभावित राज्यों को कहा है कि वो मांस और अंडों की ब्रिकी पर प्रतिबंधित करें और प्रवासी पक्षियों पर नजर बनाए रखें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (11 जनवरी) को देश के विभिन्न हिस्सों में बर्ड फ्लू की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर सभी राज्यों को इसके रोकथाम के लिए अलर्ट किया है। पीएम मोदी ने स्थानीय प्रशासन से जलाशयों के आसपास, चिड़ियाघरों और मुर्गी पालन केंद्रों नजर बनाए रखने का निर्देश दिया है। पीएम मोदी ने आशा व्यक्त की कि वन, स्वास्थ्य और पशुपालन विभागों के बीच उचित समन्वय के माध्यम से, “हम जल्द ही इस चुनौती को पार करने में सक्षम होंगे”।
दिल्ली, उत्तराखंड और महाराष्ट्र ने सोमवार को बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि की है। वहीं सात राज्यों केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश में पहले से भी बर्ड फ्लू फैल चुका है। पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने भी एक बयान में कहा है कि 11 जनवरी 2021 तक देश के 10 राज्यों में एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि हो चुकी है।
अधिकारियों ने कहा है कि पूरी तरह से पकाए गए चिकन से बर्ड फ्लू के संक्रमण का कोई खतरा नहीं है, या उबले हुए और पके हुए अंडे खाने से भी बर्ड फ्लू के संक्रमण का को डर नहीं है। सरकार के मुताबिक बर्ड फ्लू का वायरस उच्च तापमान का सामना नहीं कर सकता है।
प्रभावित राज्यों ने प्रदेश में मुर्गी पालन पर व्यापक रोक, जीवित पक्षियों के बाजारों में आने पर प्रतिबंध और चिकन और संबंधित खाद्य सामग्री पर प्रतिबंधित कर दिया है। हालांकि केंद्र सरकार ने मंडियों और या पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाने से मना किया है। केंद्र ने राज्यों को निर्देश दिया कि वे पर्याप्त संचालन के लिए PPE किट और सहायक उपकरण का पर्याप्त स्टॉक बनाए रखें।