भोपाल । मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में जिंदा लोगों को मृत बताकर मुआवजे की राशि हड़पने के मामले में पंचायत सचिव पर कार्रवाई की गई है। पंचायत सचिव राकेश चंदेल केा निलंबित किए जाने के साथ ही उसके खिलाफ थाने में भी मामला दर्ज किया गया है। ज्ञात हो कि छिंदवाड़ा के बोहनाखैरी गांव में 29 लोगों को सरकारी कागजों में मौत दे दी गई और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर उनके नाम से कोरोना गाइड लाइन के तहत दो-दो लाख रुपए की सहायता राशि भी शासन से जारी करा ली गई। इस मामले के सामने आने के बाद से प्रशासनिक हलके में हलचल है।
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास एवं छिंदवाड़ा जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल के निर्देश पर कलेक्टर ने जनपद पंयायत छिंदवाड़ा के सीईओ से जांच कराई। जांच रिपोर्ट के आधार पर बोहनाखैरी के पंचायत सचिव राकेश चंदेल को निलंबित कर दिया गया है। सचिव के विरूद्ध चैरई थाने में धोखाधड़ी, जालसाजी और कूटरचित दस्तावेज तैयार करने जैसे प्रकरण में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है।
मंत्री पटेल ने जिले में मृत्यु प्रमाण-पत्र एवं अन्य योजनाओं में जारी किये गये सभी प्रमाण-पत्रों की समीक्षा करने के निर्देश कलेक्टर को दिये है।
कृषि मंत्री पटेल ने बोहराखैरी में 29 जीवित व्यक्तियों के फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी होने संबंधी प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए गत दिवस कलेक्टर छिन्दवाड़ा को कार्रवाई के निर्देश देते हुए जिले में विभिन्न योजनाओं में जारी किये गये प्रमाण-पत्रों की समीक्षा करने को कहा।
मंत्री पटेल ने कहा है कि कल्याकारी योजनाओं में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लापरवाह एवं गैर जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी की पहचान कर कठोर कार्यवाही की जाएगी।