नई दिल्ली। आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रही हैं और हर क्षेत्र में अपनी एक अलग जगह बना रही हैं। इसी क्रम में अब सुप्रीम कोर्ट में भी महिला जजों की संख्या में इजाफा हुआ है। ज्ञात हो कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में कुछ नौ न्यायाधीशों को एक साथ शपथ दिलाई गईं। जिनमें से तीन महिला जजों ने भी शपथ ली। इसी के साथ, अब सुप्रीम कोर्ट में महिला जजों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। बता दें कि जस्टिस इंदिरा बनर्जी साल 2018 से सुप्रीम कोर्ट में महिला जज हैं। यह यकीनन पूरे भारत के लिए एक गौरव की बात है। तो चलिए आज इस लेख में हम इन तीन नवनियुक्त महिला न्यायाधीशों के बारे में जानते हैं-
जिन तीन महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली, उनके नाम हैं-हिमा कोहली, जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी। इस तरह एक साथ तीन महिला जजों ने एक साथ शपथ लेकर एक नया इतिहास रच दिया है। ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है, जब चार महिला जज सुप्रीम कोर्ट में अपनी सेवाएं देंगी। हालांकि, इससे पहले अगस्त 2018 से मई 2020 के दौरान सुप्रीम कोर्ट में तीन महिला जज-जस्टिस आर भानुमति, इंदिरा बनर्जी और इंदु मल्होत्रा अपनी सेवाएं दे रही थीं।
सुप्रीम कोर्ट के जज की नियुक्ति के लिए शपथ ग्रहण समारोह में कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया गया। यह समारोह सुप्रीम कोर्ट के अतिरिक्त भवन परिसर के सभागार में आयोजित किया गया था, न कि सीजेआई के कोर्ट रूम में जहां यह पारंपरिक रूप से आयोजित किया जाता है।
इस शपथ ग्रहण समारोह में जिन नौ नए जजों को पद की शपथ दिलाई गई, उनमें जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका, जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस जितेंद्र कुमार माहेश्वरी, जस्टिस हेमा कोहली, जस्टिस बीवी नागरत्ना, जस्टिस सीटी रविकुमार, जस्टिस एमएम सुंदरेश, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस पीएस नरसिम्हा शामिल हैं।