नई दिल्ली। दिल्ली-NCR सहित उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में साल 2021 के पहले दिन की शुरुआत घने कोहरे और कड़कड़ाती ठंड के बीच हुई है। शुक्रवार सुबह सफदरजंग ऑब्जर्वेटरी पर दिल्ली का न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, कोहरे के चलते दिल्ली के कई इलाकों जैसे- आईटीओ, राजघाट, मुंडका और डीएनडी फ्लाईओवर पर विजिबिलिटी भी काफी कम है, जिसकी वजह से वाहन चालकों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने उत्तर भारत में 3 जनवरी से 5 जनवरी के बीच बारिश और ओले गिरने का अनुमान जताया है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश में शीत लहर की स्थिति गंभीर होगी। वहीं, 3 जनवरी से 5 जनवरी के बीच पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश में बारिश के साथ-साथ ओले गिरने की भी आशंका जताई गई है। साल के पहले दिन उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में सुबह कोहरे की घनी चादर देखने को मिली। इस दौरान सड़कों पर विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रही। दिल्ली में सुबह 6 बजे ज्यादातर जगहों पर जीरो विजिबिलिटी रिकॉर्ड की गई।
ज्ञात हो कि पहाड़ों पर हो रही भारी बर्फबारी के चलते उत्तर भारत के मैदानी इलाके इस समय भयंकर शीत लहर की चपेट में हैं। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि हरियाणा के हिसार में शुक्रवार सुबह न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले गुरुवार को हिसार में माइनस 1.2 डिग्री तापमान रहा। वहीं, राजस्थान के चुरू में ठंड लगातार नए रिकॉर्ड बना रही है और शुक्रवार को तापमान -0.2 डिग्री दर्ज हुआ।
गौरतलब है कि मैदानी इलाकों में जब लगातार दो दिनों तक न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे गिर जाता है, तो मौसम विभाग उस वक्त शीतलहर की घोषणा करता है। साथ ही अगर किसी राज्य या शहर में न्यूनतम तापमान लगातार दो दिनों तक सामान्य से साढ़े चार डिग्री तक कम रहे, तो उसे भी शीत लहर की स्थिति माना जाता है। मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल अगले कुछ दिन शीत लहर से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।