न्यूज़ डेस्क। पश्चिम बंगाल के सियासी मैदन में सभी दल अंतिम रूप से अपनी-अपनी रणनीति को लागू करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में बीजेपी ने अपने उन कार्यकर्ताओं के बलिदान को सम्मान देने का फैसला किया है, जिन्हें TMC की राजनीतिक हिंसा की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 13 मार्च को हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के घर जाएंगे। इस दौरान दोनों नेता कार्यकर्ताओं के परिजनों से मुलाकत करेंगे।
बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने पिछले दो साल में राजनीतिक हिंसा के शिकार हुए 129 कार्यकर्ताओं की लिस्ट तैयार की है। इन्हें दो पार्ट में बांटा गया है। इनमें से आधे कार्यकर्ताओं के घर नड्डा, जबकि आधे के घर अमित शाह जाएंगे। दोनों नेता 13 मार्च को बंगाल के दौरे पर रहेंगे। दोनों नेता यह जताने की कोशिश करेंगे कि बीजेपी मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं की शहादत को नहीं भूली है और सरकार बनने पर परिजनों को पूरा सम्मान मिलेगा।
पश्चिम बंगाल में राजनीतिक आतंकवाद की वजह से सबसे अधिक नुकसान बीजेपी को उठाना पड़ा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीएमसी के बड़े नेताओं के निर्देश पर उनकी पार्टी के गुंडे खुलेआम बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं को निशाना बनाते रहे हैं। ताकि विरोधियों को डरा-धमका कर उन्हें मतदान केंद्र तक जाने से रोका जा सके। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ऐसा ही एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें टीएमसी के नेताओं के नेता अपने कार्यकर्ताओं को रणनीति समझा रहे हैं कि किस तरह बीजेपी के पोलिंग एजेंट को मतदान केंद्र से दूर रखना है और अपनी पार्टी के पक्ष में वोट डलवाना है।
https://twitter.com/amitmalviya/status/1369119154406629379?s=20
इससे पहले बीजेपी के IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया था कि राज्य में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय ममता बनर्जी ने नेशनल क्राईम रिकॉर्ड्स ब्यूरो को अपराध के आंकड़े भेजना ही बंद कर दिया है। ताकि बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हुए हमलों और उनके शिकार बीजेपी कार्यकर्ताओं का सही आंकड़ा दुनिया को पता नहीं चल सके। TMC के गुंडों ने बीजेपी महिला कार्यकर्ताओं को भी निशाना बनाया, जिनमें कई महिला कार्यकर्ता घायल हुईं, कई महिलाओं को अपनी जान गंवनी पड़ीं।
Mina Karai, a tribal woman and BJP worker from Debra, was brutally raped and murdered.
Crime against women has risen sharply under Pishi. Instead of acting against criminals she stopped sending data to NCRB.
In this case, criminals come from Pishi’ vote bank, so expect no action! pic.twitter.com/hDJBAocvgR— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) January 10, 2021