नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना की महामारी लोगों के लिए सिर दर्द बनी हुई है। कोरोना की दूसरी लहर ने भारत समेत कई देशों में कई लोगों की जान ले ली है। लेकिन जिस तरह से अब संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं उसे देखते हुए कई देशों में लॉकडाउन और कोरोना पाबंदियों में राहत दी जा रही है। लेकिन इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडनॉम गेब्रीसस ने आगाह किया है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में जिस तरह से कोरोना संकर्ण के नए वैरिंएंट सामने आए हैं, जिसमे डेल्टा वैरिएंट भी शामिल है, उसे देखते हुए कोरोना पाबंदियों को जल्दी हटाना खतरनाक हो सकता है। पाबंदियों को जल्दी हटाना उन लोगों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है जिन्हें कोरोना की वैक्सीन नहीं दी गई है।
विश्व स्वास्थ्य संठन के डायरेक्टर जनरल ने कहा कि हमे लगता है कि अभी भी कई देश कोरोना की खतरनाक लहर का सामना कर सकते हैं, जिन देशों में सर्वाधिक लोगों को कोरोना का टीका लगा है वहां पाबंदियों को खत्म किया जा रहा है, लेकिन उन्हें सावधानीपूर्व इसे कम करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब स्थिति सामान्य हो रही है और कई प्रदेशों में लॉकडाउन से राहत दी जा रही है। उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत कई राज्यों में लॉकडाउन से राहत दी जा रही है।
गौरतलब है कि भारत में 21 मई से 18 साल के ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन को मुफ्त में लगाने की घोषणा की गई थी। इस पूरे खर्च को केंद्र सरकार वहन करेगी। देश में अभी भी तकरीबन 14 लाख कोरोना के सक्रिय मामले हैं। भारत में कोरोना की वजह से अबतक तकरीबन 3.49 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं टीकाकरण की बात करें तो भारत में अभी तक 23 करोड़ से अधिक कोरोना की खुराक दी जा चुकी है।