नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी नाकामियां छिपाने के लिए हर दिन भारत को कोसने के लिए कोई न कोई बहाना ढूंढते रहते हैं। भारत के खिलाफ बोलकर अपने आवाम को खुश करने के लिए इस बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रिपब्लिक TV एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी के वायरल चैट का सहारा लिया है। अर्नब गोस्वामी के वायरल चैट में बालाकोट एयरस्ट्राइक का जिक्र होने की वजह से इमरान खान ने इसे मोदी सरकार पर हमला करने के लिए मौके के रूप में लिया है और मोदी सरकार पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। इमरान खान ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि बालाकोट हमले के जरिए मोदी सरकार ने चुनावी फायदा उठाया और इलाके को संघर्ष की आग में झोंक दिया।
In 2019, I spoke at UNGA on how India’s fascist Modi govt used the Balakot crisis for domestic electoral gains. Latest revelations from communication of an Indian journalist, known for his warmongering, reveal the unholy nexus between the Modi govt & Indian media
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 18, 2021
इमरान खान ने सिलसिलेवार तरीके से कई ट्वीट किए। इमरान खान ने साल 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए अपने एक भाषण का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने बालाकोट का इस्तेमाल अपने घरेलू चुनावी फायदे के लिए किया। उन्होंने आगे कहा कि एक भारतीय पत्रकार के चैट खुलासे से मोदी सरकार और भारतीय मीडिया के बीच अपवित्र सांठगांठ का पता चलता है, जिसके कारण चुनाव जीतने के लिए पूरे इलाके को सैन्य संघर्ष की आग में झोंक दिया गया।
पाकिस्तान में भारत पर आतंकवाद को स्पॉनसर करने का आरोप लगाते इमरान खान ने कहा कि हमारे खिलाफ भारत की हर साजिश का पर्दाफाश हुआ है। अब भारत के अपने मीडिया ने उसकी गंदी सांठगांठ का खुलासा किया है, जो परमाणु हथियार से लैस इस क्षेत्र को संघर्ष की आग में झोंकना चाहता है।
Indian sponsorship of terrorism in Pakistan, its abuses in IIOJK & a 15-year Indian global disinformation campaign against us all stand exposed. Now India's own media has revealed the dirty nexus that is pushing our nuclearised region to the brink of a conflict it cannot afford.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 18, 2021
उन्होंने आरोप लगाया कि कि मोदी सरकार फांसीवादी रवैया अपना रही है और उनकी सरकार इसका खुलासा करती रहेगी। अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मदद की मांग करते हुए इमरान ने कहा, ‘उन्होंने अपने आखिरी ट्वीट में कहा कि मैं यह दोहराना चाहता हूं कि मेरी सरकार मोदी सरकार के फासीवाद को उजागर करती रहेगी। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत को अपने लापरवाह, सैन्यवादी एजेंडे से रोकना चाहिए, इससे पहले कि मोदी सरकार की भयावहता हमारे क्षेत्र को एक ऐसे संघर्ष में धकेल दे, जिसे हम नियंत्रित नहीं कर सकते।
दरअसल, बीते दिनों अर्नब गोस्वामी और बार्क के पूर्व CEO पार्थो दासगुप्ता के बीच की कुछ कथित वॉट्सऐप चैट्स सामने आईं। इंटरनेट पर वायरल हो रहीं ये चैट्स TRP मामले में मुंबई पुलिस द्वारा दायर सप्लीमेंट्री चार्जशीट का हिस्सा हैं। ट्विटर पर इन कथित चैट्स के विभिन्न हिस्से वायरल हैं। इस चैट में बालाकोट एयर स्ट्राइक से 3 दिन पहले किसी बड़ी स्ट्राइक का जिक्र भी है। इन वायरल वॉट्सऐप चैट्स में अर्नब गोस्वामी 23 फरवरी, 2019 को तत्कालीन बार्क सीईओ से कहते कि ‘कुछ बड़ा’ होने वाला है, जिसके बाद जब उनसे कहा गया कि क्या यह दाऊद के बारे में है तो वह जवाब देते हैं, ”नहीं सर, पाकिस्तान। इस बार कुछ अहम होने जा रहा है।” पार्थो दासगुप्ता अगले जवाब में स्ट्राइक का जिक्र करते हैं तो अर्नब कहते हैं, ”नॉर्मल स्ट्राइक से बड़ी स्ट्राइक होने वाली है और उसी समय कुछ कश्मीर में भी अहम होगा।”
I want to reiterate that my govt will continue to expose India's belligerent designs towards Pakistan & Modi govt's fascism. Int community must stop India from its reckless, militarist agenda before the Modi govt's brinkmanship pushes our region into a conflict it cannot control.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) January 18, 2021
गौरतलह है कि साल 2019 में 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था, जिसके बाद 26 फरवरी को भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक कर पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को धवस्त कर दिया था। हालांकि, इस चैट में कितनी सच्चाई है, यह तय कोर्ट को करना है।