न्यूज़ डेस्क। फ्रांस के नीस शहर में स्थित एक चर्च में गुरुवार को एक आतंकी ने चाकू से हमला कर दिया, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इस घटना पर पूरे देश में रोष है और सभी फ्रांस के प्रति संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं। मगर इस बीच मलयेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने विवादित बयान दिया है। नीस आतंकी हमले का एक तरह से समर्थन करते हुए महातिर बिन मोहम्मद ने कहा कि मुस्लिमों को लाखों फ्रांसिसी नागरिकों को मारने का हक है।
13. Since you have blamed all Muslims and the Muslims’ religion for what was done by one angry person, the Muslims have a right to punish the French. The boycott cannot compensate the wrongs committed by the French all these years.https://t.co/ysZeXDrQ09
— Dr Mahathir Mohamad (@chedetofficial) October 29, 2020
But by and large the Muslims have not applied the “eye for an eye” law. Muslims don’t. The French shouldn’t. Instead the French should teach their people to respect other people’s feelings.
— Dr Mahathir Mohamad (@chedetofficial) October 29, 2020
But irrespective of the religion professed, angry people kill. The French in the course of their history has killed millions of people. Many were Muslims.
— Dr Mahathir Mohamad (@chedetofficial) October 29, 2020
RESPECT OTHERS
1. A teacher in France had his throat slit by an 18-year-old Chechen boy. The killer was angered by the teacher showing a caricature of Prophet Muhammad. The teacher intended to demonstrate freedom of expression.
— Dr Mahathir Mohamad (@chedetofficial) October 29, 2020
कांग्रेस ने मलयेशिया के जिस पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद को जवाहर लाल नेहरू सम्मान दिया, वो खुलेआम कत्लेआम का समर्थन करता है। जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत का विरोध करता है। फ्रांस में नीस हमले के बाद महातिर मोहम्मद ने बेहद भड़काऊ बयान देते हुए जमकर जहर उगला है। महातिर ने एक के बाद एक कुल 14 ट्वीट करते हुए लिखा है कि फ्रांस ने मुसलमानों पर जो अत्याचार किए, इसके लिए मुस्लिमों को पूरा अधिकार है कि वो लाखों-लाख फ्रांसीसियों को मौत के घाट उतारें। उन्होंने लिखा है कि मुस्लिमों को आक्रोशित होने का अधिकार है। ऐसे में यूजर्स सोशल मीडिया पर मांग कर रहे हैं कि आखिर महातिर मोहम्मद से अवॉर्ड वापस क्यों नहीं लिया जा रहा है।
केवल चौबीस घंटों में दो अवार्ड की कहानी सामने आई। महातिर को 1994 में नेहरु सम्मान दिया गया था। अब इनकी भाषा देखिए। वहीं विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ने पर इमरान को नोबेल शांति पुरस्कार की मांग करने वालों को कल के ख़ुलासे से झटका लगा है। pic.twitter.com/u2lA6C6DsM
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) October 29, 2020
नीस हमले का जिक्र किए बगैर महातिर ने गुरुवार को ‘दूसरों का सम्मान कीजिए’ नाम से लिखे अपने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि मुस्लिमों को गुस्सा करना का अधिकार है और अतीत में किए गए नरसंहारों के लिए लाखों फ्रांसीसी नागरिकों को मारने का भी पूरा हक है। मगर अभी तक मुस्लिम आंख के बदले आंख की ओर नहीं बढ़े हैं। मुस्लिम ऐसा नहीं करते। फ्रांस को भी ऐसा नहीं करना चाहिए। इसके बदले फ्रांस को अपने नागरिकों को दूसरे की भावनाओं का ख्याल करना की सीख देनी चाहिए।’ महातिर ने 18 वर्षीय लड़के द्वारा कक्षा में पैगंबर के कार्टून दिखाने पर फ्रांसीसी शिक्षक सैमुअल पैटी की हत्या की घटना का जिक्र किया।
Someone must be kicking themselves for giving Mohamed Mahathir the Jawaharlal Nehru Award for International Understanding!
— SUHEL SETH (@Suhelseth) October 30, 2020
Muslims have right to kill French: Malaysia’s former prime minister Mahathir Mohamadhttps://t.co/RpndWWxGnP pic.twitter.com/SYMGKBgEhz
— Hindustan Times (@htTweets) October 30, 2020
Muslims have right to kill French: Malaysia’s former prime minister Mahathir Mohamadhttps://t.co/RpndWWxGnP pic.twitter.com/SYMGKBgEhz
— Hindustan Times (@htTweets) October 30, 2020
#MahathirMohamad has certainly lost the plot and is in danger of loosing his carefully cultivated legacy! @akhileshsharma1 we should withdraw the #Nehru award! https://t.co/tRuSCNStr0
— Sanjoy K Roy (@SanjoyRoyTWA) October 29, 2020
Should @ICCR_Delhi withdraw Nehru award for international understanding given to him? @vinay1011 pic.twitter.com/nmJKpZyqTL
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) October 29, 2020
https://twitter.com/IamINDRAJIT99/status/1322065888879599616?s=20
… And in 1994, India had given its prestigious award to this venomous Anti India, Muslim fundamentalists fellow (who, at age of 95, want to kills millions French) the Pt Nehru Award for International Understanding for the promotion of "goodwill & friendship among world.." pic.twitter.com/eopWGLOjjP
— Vijaya Rahatkar (मोदी जी का परिवार) (@VijayaRahatkar) October 30, 2020
शांति पुरस्कार देने की मांग करने वाली जोड़ी @sardesairajdeep @sagarikaghose @BDUTT , ये लोग तनिस्क के एड पे तो प्राइम टाइम में चर्चा किए थे, कल की खबर आने के बाद ये लोग चुप्पी साध लिए है।
— सचिन चतुर्वेदी 🇮🇳 (@sachin__016) October 29, 2020
https://twitter.com/muditparashari3/status/1321821574786289665?s=20
जो इमरान खान को शांति के लिए नोबेल पुरस्कार देने वाले थे उनका क्या होगा सोच सोच के परेशान हो रही हूं
— lata rathi🇮🇳🇮🇳 (@Latarathi8) October 29, 2020
https://twitter.com/Rishisharmait/status/1321841335951749120?s=20
https://twitter.com/bpmishra109/status/1321877693089124352?s=20
To those who say only uneducated people resort to terrorism should definitely see this tweet from former PM of Malaysia. #FranceTerrorAttack pic.twitter.com/7NRaGiLBGg
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) October 29, 2020