लंदन। ब्रिटेन में हुए आम चुनाव में शानदार बहुमत के साथ बोरिस जॉनसन का फिर से प्रधानमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। इस जीत के साथ ही ब्रेग्जिट पर अनिश्चितता खत्म हो जाएगी और ब्रिटेन की अगले महीने के अंत तक यूरोपीय संघ से अलग होने की राह आसान हो जाएगी। शुक्रवार को आए एग्जिट पोल में जॉनसन की भारी जीत के संकेत मिले हैं।
#UPDATE Prime Minister Boris Johnson's ruling party appeared on course for a sweeping victory in the snap election, an exit poll showed, paving the way for Britain to leave the EU next month after years of political deadlock https://t.co/vLcjoUbPC9 pic.twitter.com/JCldm9fFAb
— AFP News Agency (@AFP) December 13, 2019
चर्चित एग्जिट पोल के अनुसार, जॉनसन की कंजर्वेटिव पार्टी ने लेबर पार्टी के गढ़ में भी सेंध लगाई है। लेबर पार्टी इंग्लैंड के उत्तर और वेल्स इलाकों में हारती दिख रही है जहां लोगों ने 2016 के जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ से अलग होने के लिए वोट किया था। एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक, विपक्षी लेबर पार्टी 71 सीटें गंवाती दिख रही है। इसके नतीजों के अनुसार, यह 1987 के बाद से कंजर्वेटिव पार्टी की सबसे बड़ी जीत होगी।
एग्जिट पोल पर प्रतिक्रिया देते हुए जॉनसन ने कंजर्वेटिव पार्टी के मतदाताओं, उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं का आभार जताया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में रहते हैं।’’जॉनसन के पिछले मंत्रिमंडल में वरिष्ठ मंत्री रही भारतीय मूल की प्रीति पटेल ने कहा, ‘‘हम प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और ब्रेग्जिट हमारी प्राथमिकता है। समझौता तैयार है और हम आगे बढ़ना चाहते हैं।’’
Thank you to everyone across our great country who voted, who volunteered, who stood as candidates. We live in the greatest democracy in the world. pic.twitter.com/1MuEMXqWHq
— Boris Johnson (@BorisJohnson) December 12, 2019
लेबर के शेडो चांसलर जॉन मैकडोनेल ने कहा, ‘‘ब्रेग्जिट इस चुनाव में हावी रहा। अगर नतीजे एग्जिट पोल के करीब रहते हैं तो यह बेहद निराशाजनक नतीजे होंगे।’’यह 1935 के बाद से लेबर पार्टी की सबसे करारी हार होती मालूम पड़ रही है। गौरतलब है कि जॉनसन ने कंजर्वेटिव पार्टी को बहुमत दिलाने और ब्रेग्जिट को लेकर हाउस ऑफ कॉमन्स में गतिरोध तोड़ने की कवायद के तहत मध्यावधि चुनाव की घोषणा की थी। यह तकरीबन एक सदी में ब्रिटेन के दिसंबर में हुए पहले आम चुनाव हैं और मतदाताओं ने ठिठुरती ठंड में घरों से बाहर निकलकर वोट डाला।