न्यूज़ डेक्स। युनाइटेड नेसंश सिक्योरिटी काउंसिल ने सोमवार को पाकिस्तान के आतंकी अब्दुल रहमान मक्की को ग्लोबल आंतकी घोषित किया है। अब्दुल रहमान मक्की को ग्लोबल टेररिस्ट लिस्ट में शामिल कया है। यूएनएससी ने मक्की को वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचिबद्ध किया है। दरअसल पिछले वर्ष भारत ने लख्सर ए तैयबा के इस आतंकी को ग्लोबल टेररिस्ट की लिस्ट में शामिल करने की सिफारिश की थी लेकिन चीन ने इसपर आपत्ति की थी। पिछले साल जून माह में भारत ने चीन के इस कदम का विरोध किया था।
दरअसल पिछले कुछ सालों से भारत मक्की को वैश्विक आतंकी की लिस्ट में शामिल कराना चाहता है, लेकिन चीन अपने वीटो का इस्तेमाल करते हुए इसपर अड़ंगा लगा देता था, जिसकी वजह से भारत का यह प्रस्ताव गिर जाता था। अब्दुल रहमान मक्की की बात कें तो वह आतंकी संगठन जमात उत दावा का सदस्य है और उसने 26/11 के मुंबई हमलों की साजिश रची थी।
अब्दुल रहमान मक्की पाकिस्तान के इस्लामिक वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन अहल ए हदीस व लश्कर ए तैयबा में अच्छी पैठ रखता है। उसे हाफिज सईद का काफी करीबी माना जाता है। यूएनएससी की 1267 आईएसआईएल और अल कायदा प्रबंध समिती के तहत मक्की को ग्लोबल आतंकी घोषित करने का भारत ने साझा प्रस्ताव पिछले साल भी पेश किया था, लेकिन चीन ने इसपर रोक लगा दी थी और यह प्रस्ताव गिर गया था। लेकिन इस बार आखिरकार मक्की को ग्लोबल आतंकी की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है।
इससे पहले 2019 में भी चीन ने मक्की को ग्लोब आतंकी घोषित किए जाने के प्रस्ताव पर रोक लगा थी। यूएन की सुरक्षा परिषद की बात करें तो यहां पर कुल 5 स्थायी सदस्य हैं, जिनके पास वीटो पावर है। यह अधिकार चीन, फ्रांस, रूस, यूके और अमेरिका के पास है। ये देश किसी भी प्रस्ताव को पास होने से रोक सकते हैं। चीन ने पाकिस्तान के साथ अपनी दोस्ती दिखाते हुए कई बार मक्की को ग्लोबल आतंकी घोषित जाने पर रोक लगाई है।