मुख्यमंत्री ने जन-जागरूकता के लिए अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर लगाया मास्क वाला डीपी

रायपुर(बीएनएस)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में मास्क की अनिवार्यता होने के बाद अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मास्क वाला डीपी लगाकर लोगों को जागरूक करने की पहल की है। अब तक 17 हजार से अधिक लोगों ने फेसबुक पर इसे पंसद किया है। श्री बघेल ने इस डीपी के साथ अपने ट्वीट संदेश में कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य में प्रत्येक व्यक्ति को घर से बाहर सार्वजनिक स्थानों में निकलते समय मास्क पहनना अनिवार्य है। चिकित्सकीय विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार कोविड-19 की रोकथाम और बचाव के लिए…

लॉकडाउन के आखरी दिन 14 अप्रैल को सुबह 10 बजे PM मोदी करेंगे देश को संबोधित, लॉकडाउन बढ़ाने की कर सकते हैं घोषणा

नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई के बीच मंगलवार सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करेंगे। हाल ही में यह चौथा मौका है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नाम संबोधन देंगे। उल्लेखनीय है कि कल यानी 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन का आखिरी दिन है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरान प्रधानमंत्री लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने का ऐलान कर सकते हैं। Prime Minister @narendramodi will address the nation at 10 AM on 14th April 2020. — PMO India…

एक बार फिर डॉक्टर बने भगवान, निहंगों के हमले में ASI का कटा हाथ PGI चंडीगढ़ के डॉक्टरों ने साढ़े 7 घंटे में वापस जोड़ा

चंडीगढ़। चंडीगढ़ स्थित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) में चिकित्सकों ने रविवार को सहायक उप निरीक्षक का वह कटा हाथ सर्जरी से सफलतापूर्वक जोड़ दिया जो पंजाब के पटियाला में निहंगों के एक समूह के हमले में कट गया था। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने बताया कि 50 वर्षीय ASI का हाथ जोड़ने के लिए सर्जरी सात घंटे से अधिक समय तक चली। पटियाला जिले की एक सब्जी मंडी में कर्फ्यू पास दिखाने के लिए कहने पर निहंगों के समूह ने पुलिस दल पर…

बैसाखी 2020 : आज है बैसाखी, जाने इसका महत्व, इसी दिन रखी थी गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की नींव

धर्म डेस्क। बैसाखी का पावन पर्व शौर्य, त्याग और लोक कल्याण की गाथा अपने में समेटे है। जिस मानवतावादी दिव्य दर्शन को श्री गुरु नानक देव जी ने सन्‌ 1469 में आरंभ किया, उसे संपूर्णता 230 वर्षों के पश्चात दशम गुरु, गुरु श्री गोविंद सिंह जी ने सन्‌ 1699 में बैसाखी के महान पर्व पर प्रदान की। बैसाखी का यही वह ऐतिहासिक क्रांतिकारी दिन था जिस दिन गुरुजी ने धर्म एवं मानवीय मूल्यों की रक्षा, राष्ट्र की विराट धर्मनिरपेक्ष संस्कृति को अक्षुण्ण बनाने के लिए तथा शक्तिशाली अखंड राष्ट्र के…