कलेक्टर अपने कर्मचारी के रिटायरमेंट को बनाया यादगार
दुर्ग। सैंतीस साल की अनवरत सेवा के आखिरी दिन कलेक्टर के अर्दली को ऐसा सम्मान मिलेगा, यह किसी और ने तो क्या खुद अर्दली छन्नूराम ठाकुर ने नही सोचा होगा। पूरे सेवा काल में कलेक्टर के अर्दली रहे छन्नू राम ठाकुर सुबह नौ बजे पहुँचते और कलेक्टर के आते ही कार का गेट खोलते और हुकूम की तामील करते।
छन्नूराम के शासकीय सेवा का आखिरी दिन था और ये दिन उसके लिए यादगार हो गया। कलेक्टर अंकित आनंद ने सेवानिवृत्ति पर उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम के बाद कॉरीडोर तक गए, पोर्च में रखी कार का गेट खोला और सम्मान से छन्नूराम को बैठाकर उन्हे विदा किया। सम्मान के इस अनूठे अंदाज से भावुक हुए छन्नूराम ने हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन किया और ख़ुशी से छलकी आँखों को पोछते वे घर की ओर रवाना हो गए।