रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज भेंट-मुलाकात अभियान के छठवें दिन सूरजपुर में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि राजस्व अमले को निचले स्तर पर काम करने की जरूरत है, राजस्व रिकार्ड की दुरुस्ती और नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन उचित ढंग से समय सीमा पर पूर्ण हों। वन अधिकार का पट्टा वितरण में यह ध्यान रखें कि हितग्राहियोें को वास्तविक कब्जा पर पट्टा मिले। यह भी सावधानी रखें कि वास्तविक हितग्राही को ही ’वन अधिकार पट्टा वितरित किया जाए। इस अवसर पर विधायक एवं सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष खेलसाय सिंह, संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े और मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान 6 दिनों में सरगुजा संभाग के 5 विधानसभा क्षेत्रों सामरी, रामानुजगंज, प्रतापपुर, भटगांव और प्रेमनगर में 20 स्थानों का दौरा किया।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि नरवा योजना का लाभ मैदानी स्तर पर दिख रहा है। नरवा प्रोजेक्ट में तेजी से कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पंचायतों में काम सुधारने की जरूरत है। गांवों के भ्रमण के दौरान राजीव गांधी किसान न्याय योजना की एक भी शिकायत नहीं मिली। इसी तरह गोधन न्याय योजना में खरीदी से लेकर राशि वितरण तक की प्रक्रिया में सब ठीक है। गौठान में स्व सहायता समूह अच्छा काम कर रहे हैं। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की सभी जगह तारीफ हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग में बहुत कार्य करने की जरूरत है। सुमेरपुर में टीचर नहीं जाते, बिहारपुर में एवजीदार पढ़ा रहे हैं। इसमें सुधार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अधिकांश अधिकारी अच्छा काम रहे हैं। जहां गड़बड़ी हो रही है, वहां सुधारने की जरूरत है।