शराब की पैकिंग कांच बोतल में ही करने की मांग, धरना-प्रदर्शन
रायपुर। छत्तीसगढ़ कांच बॉटल टे्रडर्स एसोसिएशन से जुड़े सैकड़ों मजदूरों ने शराब की पैकिंग कांच की जगह प्लास्टिक बोतल में करने की घोषणा का विरोध किया है। उन सभी ने यहां धरना-प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। उनका कहना है कि सरकार के ऐसे निर्णय से बोतल फैक्ट्री में काम करने एवं उस कारोबार से जुड़े हजारों लोग बेरोजगार हो जाएंगे। वहीं प्लास्टिक से प्रदूषण और ज्यादा बढऩे का खतरा बना रहेगा।
कांच बॉटल टे्रडर्स एसोसिएशन से जुड़े सैकड़ों मजदूर सुबह यहां बूढ़ापारा में एकजुट हुए। इसके बाद वे सभी नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। नारेबाजी करते हुए उनका कहना है कि कांच बोतल के कारोबार से हजारों गरीब परिवार जुड़े हैं। कांच बोतल बनाने वाली फैक्ट्रियों मेें सैकड़ों मजदूर काम कर रहे हैं। कांच बोतल चुनने वालों से लेकर साइकिल, हॉकर विक्रेता, वेंडर, बोतल सफाई में हजारों लोग लगे हैं। सरकार के इस निर्णय से उन सभी की रोजी-रोजी प्रभावित होगी और वे सभी सडक़ पर आ जाएंगे।
उनका कहना है कि सरकार एक तरह प्लास्टिक पर रोक लगाते हुए उससे पर्यावरण को खतरा बताती रही है। दूसरी ओर कांच बोतल की जगह प्लास्टिक बोतल से शराब पैकिंग करने की बात कर रही है। इससे प्लास्टिक का कारोबार बढ़ेगा और उसका कचरा भी जमा होगा, जिसे सेहत के लिए भी नुकसानदायक माना गया है। उन्होंने मांग की है कि पहले की तरह शराब की पैकिंग कांच की बोलतों में की जाए, ताकि उन सभी की रोजी-रोजी प्रभावित न हो।