अच्छा खानपान है हर बीमारी का इलाज, दवा नहीं
रायपुर। मनुष्य को जो बीमारी है ही नहीं उसकी वह दवा खा रहा है, इससे पैसे के साथ समय और शरीर को भी नुकसान हो रहा है। मनुष्य का यह शरीर खानपान से बना है। शरीर खुद बीमारियों से लड़ने सक्षम है। यह तय माने कि जितनी ज्यादा मात्रा में दवाएं खाएंगे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होगी। लोग अच्छे भोजन की अपेक्षा दवाओं पर निर्भर हो गए हैं। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अच्छे खानपान की जरूरत है न कि दवा की।
डायबिटिज के एक्सपर्ट डा.एस कुमार का मानना है कि आज अधिकांश लोग डायबिटिज को लेकर परेशान है। अस्पताल भी बढ़ रहे हैं और मरीज भी, कई दवाएं हैं लेकिन डायबिटिज से राहत नहीं मिल रही। इलाज हमारे रसोई में है, बस खानपान को सुधार लें। छत्तीसगढ़ में धान की चोकर से तैयार होने वाला राइसब्रान तेल डायबिटिज के लिए सबसे बेस्ट फूड आयल है लेकिन विडंबना देखिए हम यहां नहीं खा रहे हैं और विदेशों में इसकी भारी डिमांड है। यही नहीं ब्लडप्रेशर, किडनी, कैंस जैसे बीमारियों का इलाज भी खानपान में छिपा हुआ है। यहां तक कि घुटने ट्रांसप्लांट कराने की भी जरूरत नहीं है।
डा. कुमार के अनुसार सेल से टिश्यू, टिश्यू से आर्गन, आर्गन से सिस्टम और सिस्टम से बाडी बनती है। जो कि अधिक मात्रा में अम्लीय पदार्थ उपयोग करने से डैमेज होती है। यदि कोशिकाओं को ही रिपेयर कर दिया जाए तो बिना दवा के ठीक हो सकते हैं। भारत में जो खानपान का कल्चर है वह परम्परागत है जबकि शरीर वैज्ञानिक आधार पर काम करता है। इसलिए भोजन भी उसी आधार पर तय होना चाहिए। अम्लीय पदार्थ जैसे नमक, दूध, सोयाबीन तेल, शक्कर जैसी चीजों का स्थानापन्न उपयोग करें, क्योकि इससे शरीर के अंगों को नुकसान ही होता है। डा. कुमार अप्रोप्रिएट डाइट थेरेपी के माध्यम से अवेयरनेस के एक प्रोग्राम में पिछले दिनों रायपुर आए हुए थे।
00 छत्तीसगढ़ का राइसब्रान सबसे बेस्ट फूड आयल