राजकीय सम्मान के साथ नहीं हुआ रमाकांत अचरेकर का अंतिम संस्कार
मुंबई। महाराष्ट्र के एक सीनियर मंत्री ने कहा कि सरकारी स्तर पर संवादहीनता के कारण सचिन तेंदुलकर के पहले कोच रमाकांत आचरेकर की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ नहीं हो सकी। आवास मंत्री प्रकाश मेहता ने कहा कि आचरेकर को राजकीय सम्मान के साथ विदाई नहीं दिया जाना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा,’यह किसी की गलती और संवादहीनता के कारण हुआ। सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मैं माफी मांगता हूं। यह काफी दुखद है। मैं देखूंगा कि क्या हुआ था।’ मुंबई भाजपा के पूर्व प्रमुख मेहता ने कहा कि वह इस मसले पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से बात करेंगे। उन्होंने कहा,’मुझे सुबह ही मंत्रालय से संदेश मिला कि मुझे अंतिम संस्कार में शामिल होना है।’
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,’हमें प्रोटोकॉल विभाग ने बताया नहीं था कि राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाना है। आम तौर पर आम प्रशासन विभाग इसके लिए फाइल भेजता है और मुख्यमंत्री मंजूरी देते हैं। इस मामले में एक फोन तक नहीं आया।’ प्रोटोकॉल विभाग के प्रभारी जल संरक्षण मंत्री राम शिंदे ने कहा कि वह मुंबई से बाहर हैं। उन्होंने कहा,’आम तौर पर किसी को राजकीय सम्मान देने का फैसला सीएमओ करता है। अगर मैं होता तो इस मसले को रखता और यह सुनिश्चित करता कि आचरेकर सर की विदाई राजकीय सम्मान के साथ हो।’ इस साल फरवरी में श्रीदेवी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किए जाने पर विवाद पैदा हो गया था।