एनआईए को केस वापस लेने पत्र,सहमति आते ही एसआईटी करेगी जांच-मुख्यमंत्री
रायपुर। विधानसभा अध्यक्ष के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं विधायक डा.चरणदास महंत के नामांकन के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रोटेम स्पीकर के रूप में रामपुकार का शपथ कराया गया और आज ही महंत का नामांकन हुआ है। विपक्ष की ओर से डॉ रमन सिंह और धर्मजीत सिंह का प्रस्ताव आया है। यह संसदीय परंपरा के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि मैं सभी दल को धन्यवाद देता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विपक्ष के सुझावों को सकारात्मक रूप से लेंगे, जनता ने जनादेश दिया है। कल सभी विधायकों का शपथ होगा, फिर अध्यक्ष का चुनाव होगा, फिर आगे अनुपूरक बजट आएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा हमारे लिए शोर मचा रही थी, खुद वो तो सदमे में हैं, अब तक नेता प्रतिपक्ष नहीं चुन पाए हैं।
सीएम बघेल ने कहा कि नक्सल मुद्दा बंदूक से समस्या का हल नहीं हो सकता। जो लोग वहां निवास करते हैं, उन सभी पक्षों से बात करेंगे। अलग-अलग समस्या का हल अलग होता है। हम प्रभावित और पीडि़त से बात करेंगे। जरूरत पड़ी तो सबको एक साथ बिठाकर बात करेंगे। नेताओं से बात कर आगे क्या करना है ये तय करेंगे।
उन्होंने कहा, अमित शाह ने कहा था 65 प्लस, यह हम पर लागू हो गया। रमन ने कहा छक्का मारूंगा, यह भी हम पर लागू हो गया। जो-जो वो कहते रहे, वह हम पर लागू हो गया। झीरम घाटी के संदर्भ में एसआईटी के मामले में एनआईए को हमने पत्र भेज दिया है कि हम वह केस वापस लेना चाहते हैं। उनकी सहमति आ जाए फिर एसआईटी कार्रवाई करेगी।