रबी फसल के लिए जलाशयों में जल की उपलब्धता अनुरूप मिलेगा पानी
रायपुर। रायपुर संभाग के आयुक्त श्री जी.आर.चुरेन्द्र की अध्यक्षता में सिहावा भवन परिसर स्थित डाटा सेंटर में संभागीय जल उपयोगिता समिति की बैठक हुई। बैठक में जलाशयों में जल की उपलब्धता अनुरूप रबी फसल के लिए पानी देने का निर्णय लिया गया। बैठक में अभनपुर विधायक श्री धनेन्द्र साहू ने संभागीय जल उपयोगिता समिति की बैठक में कहा कि आगामी रबी फसल के लिए लक्षित क्षेत्रफल में पानी की पूर्ति की जाएगी। एनीकट में पानी के ठहराव के लिए उचित व्यवस्था किया जाएगा तथा एनीकट में पानी भरने के लिए किसानों के हक के पानी में कटौती नहीं की जाएगी। सरकार की प्राथमिकता घुरवा, गरवा, बारी और नरवा में से एक ऐसे नरवा जो क्षतिग्रस्त है उसे दुरूस्त कर किसानों के खेतों तक पर्याप्त मात्रा में पानी पहुंचाया जाएगा। जिस तरह खेती के लिए पानी आवश्यक है ठीक उसी तरह पीने और उद्योगों के लिए पानी को संचित करने की व्यवस्था भी करनी होगी। बैठक में सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव ने भी इस संबंध में आवश्यक सुझाव दिये।
संभागायुक्त श्री जी. आर. चुरेन्द्र ने कहा कि सभी परियोजनाओं से रबी फसल हेतु सुचारू रूप से पानी उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे समस्त जन प्रतिनिधियों द्वारा संतोष जाहिर किया गया। संभागायुक्त ने कहा कि खरीफ सिंचाई उपरांत जलाशयों में उपलब्ध जल की मात्रा के अनुसार ही रबी फसल हेतु पानी प्रदाय किया जाएगा। जहां रबी के लिए पानी दिया जा रहा हैं वहां यह ध्यान रखा जाए कि पानी का दुरूपयोग न हो। वर्तमान परिस्थिति में पानी की प्रतिपूर्ति के लिए विकल्प की व्यवस्था अनिवार्य है। किसानों एवं आम जनता की मांगों के अनुरूप योजना बनाकर उसे पूरा करना हम सभी की जवाबदारी है। बैठक में धमतरी कलेक्टर श्री सी.आर. प्रसन्ना, अधीक्षण अभियंता एवं सचिव संभागीय जल उपयोगिता समिति श्री पी.के. वर्मा सहित संभाग के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
समिति के सदस्य सचिव ने बताया कि रविशंकर सागर परियोजना समूह में 542.35 मि.घ.मी. पानी उपलब्ध है जो कुल भण्डारण क्षमता का 70.71 प्रतिशत है। सोंढूर वृहद परियोजना की कुल भण्डारण क्षमता 107.23 मि.घ.मी. है। इसी तरह कोडार जलाशय की कुल भण्डारण क्षमता 160.35 मि.घ.मी. है एवं वर्तमान में 70.18 मि.घ.मी. जल उपलब्ध है जो कि जल भण्डारण क्षमता का 47.1 प्रतिशत है। सिकासार जलाशय की कुल भण्डारण क्षमता 198.88 मि.घ.मी. है जिसके विरूद्ध 145.82 मि.घ.मी. पानी उपलब्ध है जो कि कुल भण्डारण क्षमता का 73.32 प्रतिशत है।