स्वच्छता का व्यक्तित्व के विकास में अहम भूमिका- डॉ. खैरवार

स्वच्छता का व्यक्तित्व के विकास में अहम भूमिका- डॉ. खैरवार

जांजगीर। स्वच्छता व्यक्तित्व के विकास में अहम भूमिका अदा करती है। अपने आसपास के परिवेश को स्वच्छ व सुन्दर बनाने हर किसी को प्रयास करना चाहिए। इससे न केवल सुन्दरता बढ़ती है वरन सकरात्मक ऊर्जा से स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है। जो समाज व देश के लिए आवश्यक है।

एमएमआरपीजी महाविद्यालय चांपा द्वारा रासेयो के विशेष शिविर के दूसरे दिन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एचपी खैरवार ने ग्राम बिरगहनी में आयोजित बौद्धिक परिचर्चा के दौरान कही। उन्होंने शिविरार्थियों एवं ग्रामवासियों को स्वच्छता का संदेश देते हुये कहा कि ग्रामवासी स्वत: ही सांस्कृतिक, पारम्परिक एवं स्वच्छता के लिए जागरूक होते है। इसके पूर्व अतिथियों द्वारा मां सरस्वती और रासेयो के आदर्श पुरूष स्वामी विवेकानंद के तैल चित्रों पर माल्यार्पण दीप प्रज्जवलित किया गया। शिविर के दूसरे दिन प्रात: काल में योग गुरू प्रियव्त साहू के मार्गदर्शन में शिविरार्थी व शाला के बच्चों द्वारा योगाभ्यास किया गया तथा इससे संबंधित बारीकियो को बताते हुये शरीर पर होने वाले लाभ को बताया। आज के बौद्धिक संगोष्ठी में डॉ. एसपी भारद्वाज एवं कार्यक्रम अधिकारी डा. विवेक मोहन अग्रवाल ने भी शिविरार्थियों को संबोधित किया। स्वच्छता विषय पर आज रखे गये प्रतियोगिता के तहत विभिन्न प्रकार के रंगोली व सामान्य ज्ञान सहित अन्य विधाओं का आयोजन किया गया, जिसमें रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सानिया, द्वितीय स्थान मुस्कान व तृतीय स्थान पाने वाले छात्रा दीक्षा को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा सामान्य ज्ञान में भाग लेने वाले प्रतिभागी भी पुरस्कृत हुये।

संबंधित समाचार

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.