लखनऊ। पिछले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में लव जिहाद के कई मामले सामने आए है। इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य में धर्मांतरण के खिलाफ कानून लाने की तैयारी में है। इसकी पुष्टि खुद एक वरिष्ठ अधिकारी ने की। फिलहाल अधिकारी ने यह भी कहा कि प्रदेश की सरकार अन्य राज्यों में धर्मांतरण के खिलाफ बने कानूनों और अधिनियमों की स्टडी कर रही है। इसके बाद ही उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर कानून बनाया जाएगा। माना जा रहा है कि सरकार इसे अध्यादेश के जरिए लागू कर सकती है। इसका उद्देश्य धर्म परिवर्तन पर लगाम लगाना होगा।
देश की बात करें तो फिलहाल अभी इस तरीके का कानून 8 राज्यों में है। उत्तर प्रदेश का कानून विभाग में इस पर काम कर रहा है। दूसरे राज्य में धर्म परिवर्तन पर क्या नियम कानून है, इस पर गौर किया जा रहा है। धर्मांतरण पर लगाम लगाने के लिए अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और उत्तराखंड ने कानून बनाया गया है। सबसे पहले इस तरीके का कानून ओडिशा में 1967 में बनाया गया था जबकि मध्यप्रदेश में 1968 में यह कानून आया था। अगर यह कानून उत्तर प्रदेश में बनता है तो वह देश का 9वा राज्य बन जाएगा।
बीते कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में कथित लव जिहाद के कई मामले सामने आए थे। कानपुर में ही अकेले 11 मामले चल रहे हैं जिनमें धोखे से धर्मांतरण के आरोप लगाए गए है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने भी अपने लखनऊ प्रवास के दौरान उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। उन्होंने लव जिहाद के बढ़ते मामलों पर चिंता भी जताई थी। इसके बाद से ही योगी सरकार हरकत में आ गई। अब योगी सरकार हर हाल में इस तरीके के मामलों पर रोक लगाना चाहते है।