न्यूज़ डेस्क। किसानों के नाम पर शुरू आंदोलन में दलाल और आढ़तियों के साथ देश विरोधी ताकतें अपना हित साधने में लगी है। इसको लेकर किसानों में भी दो गुट बन गए हैं- कानून समर्थक और कानून विरोधी। कानून समर्थकों का साफ कहना है कि देश भर में सिर्फ पंजाब के किसान नए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं जो देश के कुल किसानों का एक प्रतिशत भी नहीं है। विरोध करने वाले किसानों में ज्यादातर दलाल और आढ़ती हैं और इनका अपना राजनीतिक हित है। कृषि कानून का समर्थन करने वाले किसानों का कहना है कि वे इस मामले पर मोदी सरकार के साथ हैं। मोदी सरकार ने किसानों के लिए पिछले 6 साल में इतने काम किए हैं, जितने पिछले 60 साल में नहीं हुए। इसके साथ किसान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी कहा, आंदोलन अब किसानों का नहीं रहा, इसमें वामपंथी और माओवादी घुस गये हैं। इसको लेकर ट्विटर पर टॉप ट्रेंड कर रहा है #RealFarmersWithModi
https://twitter.com/Kirtiman9695/status/1337736967736369152?s=20
राष्ट्र हित सर्वोपरि
मेरा देश मेरे लिए सबसे पहले,#RealFarmersWithModi#RealFarmerWithModi #SaveFarmers pic.twitter.com/y4ovjZKOvW— uyuvrajsahuu (@RAMDOOT__YUVRAJ) December 12, 2020
https://twitter.com/RoopakAgarwal/status/1337719410857975808?s=20
https://twitter.com/Narpatsingh91/status/1337719275323199489?s=20
https://twitter.com/SaveraHind/status/1337717025297162241?s=20
Naye Bharat k nirman
Sabse pehle Kishan . #RealFarmersWithModi pic.twitter.com/bITiYmcytV— Arpita Chatterjee ( Modi Ka Parivar) (@asliarpita) December 12, 2020
किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है भाजपा सरकार।@narendramodi #FarmReforms #RealFarmersWithModi pic.twitter.com/VKM3LDtx0w
— Vinod Singh Patel मोदी जी का परिवार (@vinodforindia) December 12, 2020