नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि पंजाब और राजस्थान की सरकारों ने बलात्कार के मामलों में कभी भी न्याय का रास्ता नहीं रोका, लेकिन अगर वे उत्तर प्रदेश सरकार की तरह इंसाफ के रास्ते में रुकावट डालेंगी तो वह उन राज्यों में भी न्याय की लड़ाई लडेंगे। कांग्रेस नेता ने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब भाजपा ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों में ‘‘चयनित रूख’’ अपनाने के लिए उन पर और प्रियंका गांधी पर निशाना साधा तथा पंजाब में छह वर्षीय एक बच्ची से कथित बलात्कार और फिर उसे मार डालने की घटना को लेकर उनकी ‘‘चुप्पी’’ पर सवाल उठाये।
UP के विपरीत, पंजाब और राजस्थान की सरकारों ने ये इनकार नहीं किया कि लड़की के साथ बलात्कार हुआ, उसके परिवार को धमकाया नहीं और ना ही न्याय के रास्ते में रुकावट पैदा की।
अगर वे ऐसा करते हैं, तो मैं वहाँ भी न्याय के लिए लड़ने जाऊँगा।#Hathras
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 24, 2020
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश से उलट, पंजाब और राजस्थान की सरकारों ने लड़की से बलात्कार की बात से इनकार नहीं किया, पीड़िता के परिवार को धमकी नहीं दी और न्याय के रास्ते में रुकावट नहीं डाली।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर वे ऐसा करती हैं तो मैं वहां भी न्याय की लड़ाई लड़ने जाऊंगा।’’ पंजाब की घटना को लेकर भाजपा की वरिष्ठ नेता निर्मला सीतारमण ने राहुल और प्रियंका पर निशाना साधते हुए कहा कि पीड़िता बिहार के एक प्रवासी परिवार से है। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर भी कटाक्ष किया कि क्या यादव ने राज्य में उनके साथ संयुक्त चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी से इस मुद्दे पर सवाल पूछा था।
भाजपा के एक अन्य नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर उत्तर प्रदेश के हाथरस में ‘‘राजनीतिक दौरे’’ पर जाने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश के हाथरस में उस पीड़ित लड़की के परिवार से मिलने गये थे जिससे कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया गया था और बाद में उसकी दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई थी।