न्यूज़ डेस्क। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने फ्रांस और यूएई के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने यूरोपीय संसद में भारत के आंतरिक मुद्दे पर चर्चा के बाद भी मणिपुर में हुई हिंसा पर पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया। लोकसभा के पूर्व सांसद ने एक ट्वीट में कहा, “मणिपुर जल रहा है। यूरोपीय संसद भारत के आंतरिक मामले पर चर्चा कर रही है। प्रधानमंत्री ने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा है। इस बीच, राफेल ने उन्हें बैस्टिल डे परेड का टिकट दिला दिया। राहुल गांधी ने 29 और 30 जून को दो दिनों के लिए हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा किया था और राहत शिविरों में प्रभावित परिवारों से मुलाकात की थी।
A man who seeks international intervention in India’s internal matters, a frustrated dynast who sullies the ‘Make in India’ ambition mocks India when our PM receives a National honour. Rejected by people, he seethes as defence contracts no longer land at the doorstep of dynasty. https://t.co/OcpTPd7gdy
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) July 15, 2023
उन्होंने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से भी मुलाकात की थी और उन्हें राहत शिविरों की स्थिति से अवगत कराया था और पूर्वोत्तर राज्य में सामान्य स्थिति की अपील भी की थी। मणिपुर में जातीय हिंसा 3 मई को भड़की थी और तब से अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोगों को आश्रय शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया है और राज्य में स्थिति को नियंत्रित करने में विफल होने के लिए मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को हटाने की भी मांग की है।
Manipur burns. EU Parliament discusses India’s internal matter.
PM hasn’t said a word on either!
Meanwhile, Rafale gets him a ticket to the Bastille Day Parade.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 15, 2023
वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मणिपुर के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट का जवाब देते हुए ट्वीट किया, “एक व्यक्ति जो भारत के आंतरिक मामलों में अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप चाहता है, एक निराश राजवंश जो ‘मेक इन इंडिया’ की महत्वाकांक्षा को ठेस पहुंचाता है, जब हमारे प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय सम्मान मिलता है तो वो व्यक्ति भारत का मजाक उड़ाता है, लोगों द्वारा खारिज किए जाने के बाद वे इस बात से नाराज हैं कि रक्षा अनुबंध अब राजवंश के दरवाजे पर नहीं हैं।