प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया अटल भूजल-अटल टनल योजना काे लॉन्च, पढ़े…. इन 7 राज्यों को होगा फायदा

नई दिल्ली। आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर केंद्र सरकार ने बुधवार को दो महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की है। ये योजनाएं अटल भूजल और अटल टनल नाम से शुरू की गई है। इसके लिए केंद्र सरकार 6,000 करोड़ रुपये आवंटित करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन दोनों योजनाओं का शुभारंभ किया।

विज्ञान भवन में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि आज देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण एक बड़ी परियोजना का नाम अटल जी को समर्पित किया गया है। हिमाचल प्रदेश को लद्दाख और जम्मू-कश्मीर से जोड़ने वाली, मनाली को लेह से जोड़ने वाली, रोहतांग टनल, अब अटल टनल के नाम से जानी जाएगी।

उन्होंने कहा कि आज भारत के दो-दो रत्नों हम सभी के श्रद्धेय अटल जी और महामना मदन मोहन मालवीय जी का जन्मदिवस भी है। मैं इन दोनों महापुरुषों को आदर पूर्वक नमन करता हूं, देश की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

उन्होंने कहा, पानी का विषय अटल जी के लिए बहुत महत्वपूर्ण था, उनके हृदय के बहुत करीब था। अटल जल योजना हो या फिर जल जीवन मिशन से जुड़ी गाइडलाइंस, ये 2024 तक देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को सिद्ध करने में एक बड़ा कदम हैं। दोनों ही योजनाओं की शुरुआत अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के अवसर पर हुई है। इस योजना का लाभ छह राज्यों को होगा।

इस योजना में उतर प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र शामिल हैं। सरकार का दावा है कि इस योजना से किसानों की आय दोगुनी करने में सहायता मिलेगी। इस योजना से 8,350 गांवों को लाभ मिलेगा।

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट के फैसले के बाद कहा कि पानी की समस्या से निपटने के लिए अटल भूजल योजना पर पांच साल में 6,000 करोड़ रुपये का खर्च होगा। इसमें 3,000 करोड़ रुपये वर्ल्ड बैंक और 3,000 करोड़ रुपये सरकार देगी। इस योजना का लक्ष्य देश के उन इलाकों में भूजल स्तर को ऊपर उठाने का है, जिन इलाकों में ये काफी नीचे चला गया है।

अटल जयंती पर लांच होने वाली दूसरी योजना अटल टनल मनाली से लेह तक होगी। इस योजना को 2005 में ही मंजूरी मिली थी। इसके लिए 4000 करोड़ रुपये मंजूर किया गया है। कुल 8.8 किलोमीटर लंबी इस योजना का तकरीबन 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। दावा किया गया है कि यह विश्व का सबसे ऊंचा टनल होगा।

संबंधित समाचार

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.