न्यूज़ डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विश्वभारती विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन के शताब्दी समारोह को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी सुबह 11 बजे इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा 1921 में स्थापित विश्वभारती देश का सबसे पुराना केंद्रीय विश्वविद्यालय है। मई 1951 में संसद के एक अधिनियम द्वारा विश्व-भारती को एक केंद्रीय विश्वविद्यालय और ‘राष्ट्रीय महत्व का संस्थान’ घोषित किया गया था। इस विश्वविद्यालय ने गुरुदेव टैगोर की ओर से विकसित शिक्षा प्रणाली का अनुसरण किया है, लेकिन यहां आधुनिक तौर-तरीके से भी पढ़ाई शुरु हुई है।
प्रधानमंत्री इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं। यहां आज भी गुरुकुल की तरह खुले आसमान के नीचे पढ़ाई होती है। शांति निकेतन में हर तरफ भारतीय संस्कृति की झलक दिखती है। यहां की प्राकृतिक छटा मनमोहक है और यह विश्वविद्यालय दुनियाभर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी है।
प्रधानमंत्री मोदी इसके पहले 25 मई, 2018 को शांति निकेतन में विश्व भारती विश्वविद्यालय के 49वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे। उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि गुरुदेव रबिन्द्रनाथ टैगोर की इस पवित्र भूमि में इतने आचार्यों के बीच मुझे आज कुछ समय बिताने का समय मिला। उन्होंने कहा कि, ‘मैं जब तजिकिस्तान गया था, तो वहां गुरुदेव की एक मूर्ति का लोकार्पण करने का अवसर मिला था। गुरुदेव के लिए लोगों में जो आदरभाव मैंने देखा था,वो आज भी याद है। दुनिया के अनेक विश्वविद्यालयों में टैगोर आज भी अध्ययन का विषय हैं। गुरुदेव पहले भी ग्लोबल सिटीजन थे और आज भी हैं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 मई, 2018 को ही शांतिनिकेतन में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ बांग्लादेश भवन का उद्घाटन किया, जो भारत और बांग्लादेश के बीच सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है।