नई दिल्ली। देश भर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का संबंध तबलीगी जमात से होने का ‘खुलासा’ करने वाले समाचार चैनलों के पत्रकारों को धमकियां मिलने के मामले में द न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने एक खास समुदाय से ताल्लुक रखने वाले लोगों में से एक तबके के लोगों की सोच पर ‘गहरी चिंता’ व्यक्त की है। NBA ने अपने अध्यक्ष रजत शर्मा का एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो प्रसारित हो रहे हैं जिसमें कुछ धार्मिक उपदेशक टीवी एंकरों का नाम ले रहे हैं और उन चैनलों के संवाददाताओं पर हमले की चेतावनी दे रहे हैं।
समाचार प्रसारक इकाई ने कहा कि समाचार चैनलों में काम करने वाले एंकरों और संवाददाताओं को समाज के एक खास तबके से धमकियां और चेतावनी देने की सोच ‘गहरी चिंता’ की बात है। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले और मौत का संबंध तबलीगी जमात से होने की खबर कुछ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनलों ने दिखायी थी।
कट्टरपंथी मुस्लिम नेता न्यूज़ चैनलों के एकर्स, रिपोर्टरों को धमकी देने से पहले देखें कि कोरोना वायरस के कारण स्पेन, इटली के कब्रिस्तानों में दफनाने के लिए जगह कम पड गई है, इक्वाडोर में सड़क किनारे लाशें पडी है, #AajKiBaat आज रात 9 बजे इंडिया टीवी पर @indiatvnews pic.twitter.com/hrDeRldmbO
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) April 6, 2020
बयान में कहा गया, ”व्हाट्सएप, टिकटॉक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के जरिए खास तौर पर समाचार चैनलों में काम कर रहे संवाददाताओं और एंकरों को निशाना बनाया जा रहा है।’’
बदक़िस्मती है कि कुछ फ़िरक़ापरस्त लीडर तब्लीगी जमात की लापरवाही की निंदा करने के बजाय इसकी रिपोर्टिंग करने वाले रिपोर्टर्स और ऐंकर्स को धमकी दे रहे हैं. मैंने उनसे कहा है चैनल तो आप के लिए भी हैं, आइये और बताइए कि तब्लीगी जमात की इस हरकत पर आप का स्टैंड क्या है. pic.twitter.com/Pj2QrLdETd
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) April 6, 2020
एनबीए ने सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से अपील की है कि वह इन ‘असमाजिक तत्वों’ के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करें। बयान में कहा गया है कि ये गतिविधियां संविधान में प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बुनियादी अधिकारों का उल्लंघन है। एनबीए में 27 प्रसारणकर्ता हैं जो 77 चैनलों का प्रतिनिधित्व करता है।