नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को भारत और इजराइल के बीच स्वास्थ्य एवं दवा के क्षेत्र में सहयोग करने के बारे में समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर करने की मंजूरी दे दी। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस समझौता ज्ञापन के तहत डॉक्टरों, अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों का आदान-प्रदान और प्रशिक्षण, मानव संसाधन विकास व स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं स्थापित करने में सहयोग जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है। इसमें फार्मास्युटिकल, चिकित्सा उपकरणों और सौंदर्य प्रसाधनों के विनियमन के संबंध में सूचनाओं का आदान-प्रदान भी शामिल है।
#कैबिनेट ने आज 1810 करोड़ रुपए की लागत से सतलुज नदी पर 210 मेगावाट की लुहरी स्टेज-3 जलविद्युत परियोजना को स्वीकृति दी।
केंद्रीय मंत्री श्री @PrakashJavdekar जी ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि यह परियोजना 62 महीने में पूरी होगी।@PMOIndia #CabinetDecisions pic.twitter.com/VKyUlzq0tk
— Dr Harsh Vardhan (Modi Ka Pariwar) (@drharshvardhan) November 4, 2020
बयान के मुताबिक इस समझौते में जलवायु संबंधी खतरे के समक्ष नागरिकों के स्वास्थ्य की नाजुकता का आकलन और नियंत्रण एवं अनुकूलन के उद्देश्य से जन-स्वास्थ्य संबंधी कार्रवाइयों के बारे में विशेषज्ञता को साझा करना भी शामिल है। इस समझौते के तहत जलवायु सहनीय अवसंरचना के साथ-साथ ‘ग्रीन हेल्थकेयर’ (विषम जलवायु के अनुरूप अस्पताल) के विकास के लिए सहायता उपलब्ध कराने के लिए विशेषज्ञता को साझा किया जाएगा, विभिन्न प्रासंगिक क्षेत्रों में आपसी अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाएगा और सहयोग का अन्य कोई क्षेत्र जिसका परस्पर निर्धारण किया जाए। इस समझौते के तहत प्रत्येक पक्ष दूसरे पक्ष के संबद्ध निकायों द्वारा सहयोग के मुद्दों पर आयोजित किए जाने वाले गोलमेज, सेमिनारों, संगोष्ठियों, कार्यशालाओं और सम्मेलनों में अपने देशों के प्रतिनिधियों की भागीदारी को प्रोत्साहन देगा।
#Cabinet approves the Memorandum of Understanding between #India and #Israel on cooperation in the field of Health and Medicine
— Sheyphali B. Sharan (@DG_PIB) November 4, 2020