मुंबई। महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का आज विस्तार किया गया और राकांपा नेता अजित पवार ने उद्धव ठाकरे नीत सरकार में उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। पिछले डेढ़ महीने में दूसरी बार पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इससे पहले उन्होंने राकांपा से बगावत करते हुए बीजेपी से हाथ मिला लिया था और 23 नवंबर को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली थी। हालांकि 26 नवंबर को उन्हें इस्तीफा देना पड़ा क्योंकि देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाली सरकार तीन दिन में ही गिर गई।
राज्याचे उपमुख्यमंत्री म्हणून @AjitPawarSpeaks दादा, तुम्ही आज शपथ घेतली याबद्दल आपले मनापासून अभिनंदन. आपल्या कुशल नेतृत्वाखाली महाराष्ट्र पुन्हा एकदा विकासाच्या वाटेवर चालू लागेल हा विश्वास आहे. हार्दिक शुभेच्छा दादा. pic.twitter.com/eeASb22Yxm
— Supriya Sule (@supriya_sule) December 30, 2019
पवार के अलावा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने भी सोमवार को कैबिनेट मंत्री की शपथ ली। राकांपा नेता और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप वाल्से पाटिल, विधान परिषद में विपक्ष के पूर्व वेता धनंजय मुंडे और विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता विजय वडेट्टीवार ने भी शपथ ली। राज्यपाल बी एस कोश्यारी ने नए मंत्रियों को विधान भवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और रांकापा नेता शरद पवार मौजूद थे। राकांपा नेता दिलीप वाल्से पाटिल, धनंजय मुंडे और कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कैबिनेट मंत्रियों के रूप में शपथ ली।
राज्य मंत्रिमंडळात आपला समावेश झाल्याबद्दल आदित्य ठाकरे(@AUThackeray) आपले मनापासून अभिनंदन. आपणास भावी कारकीर्दीसाठी शुभेच्छा. pic.twitter.com/1iZY0FnNQf
— Supriya Sule (@supriya_sule) December 30, 2019
महाराष्ट्र में मंत्री पद की अधिकतम संख्या 43 निर्धारित है। मंत्रिपरिषद में राज्य के कुल विधायकों में से केवल 15 प्रतिशत विधायकों को शामिल किया जा सकता है। महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सदस्य हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर चुनाव पूर्व के गठबंधन सहयोगी भाजपा के साथ बात बिगड़ने के बाद शिवसेना ने पिछले महीने कांग्रेस और राकांपा के साथ हाथ मिलाकर राज्य में सरकार बनाई थी। महाराष्ट्र विकास आघाड़ी के तीन सहयोगियों के बीच सत्ता साझेदारी को लेकर तय किए गए फॉर्मूले के अनुसार शिवसेना को मुख्यमंत्री के अलावा 15, राकांपा को भी 15 और कांग्रेस को 12 मंत्री पद दिए जाएंगे। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में शिवसेना के 56, राकांपा के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं।