#MahadevBettingApp: सट्टेबाजी के खिलाफ सरकार का बड़ा एक्शन, महादेव सहित 22 ऐप्स और वेबसाइट किए गए ब्लॉक, ED की जांच के बीच बड़ा फैसला

नई दिल्ली। महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच के बीच आईटी मंत्रालय ने रविवार को बड़ा एक्शन लिया। मिनिस्ट्री ने महादेव बुक ऑनलाइन और अन्य 21 सट्टेबाजी ऐप्स व वेबसाइटों के खिलाफ ब्लॉकिंग ऑर्डर जारी किया। ईडी की सिफारिश के बाद इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट की धारा 69A के तहत यह आदेश जारी किया गया। आईटी राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने इसे लेकर आज एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया, ‘छत्तीसगढ़ सरकार के पास धारा 69A आईटी अधिनियम के तहत वेबसाइट/ऐप को बंद करने की सिफारिश करने का अधिकार है। मगर, उन्होंने ऐसा नहीं किया।’

राजीव चन्द्रशेखर ने दावा किया कि ऐप को लेकर राज्य सरकार की ओर से ऐसी कोई अपील नहीं की गई, जबकि वे बीते डेढ़ साल से इसकी जांच कर रहे हैं। ईडी से ही पहली और एकमात्र अपील आई और उस पर कार्रवाई की गई। किसी ने भी छत्तीसगढ़ सरकार को इसी तरह का रिक्वेस्ट करने से नहीं रोका था।’ महादेव बुक के मालिकों को इस साल अगस्त में गिरफ्तार किया गया था। यह गिरफ्तारी धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) की धारा 19 के तहत हुई।

दूसरी ओर, भाजपा ने महादेव सट्टेबाजी ऐप से जुड़े घोटाले को लेकर कांग्रेस पर रविवार को हमला तेज कर दिया। बीजेपी ने राहुल गांधी के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मामले में पैसों के लेन-देन में उनकी भूमिका स्पष्ट करने को कहा। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि मामले में सामने आ रहे तथ्यों से संकेत मिलता है कि भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के नए तरीके ईजाद करने में कांग्रेस का कोई मुकाबला नहीं है। त्रिवेदी ने कहा, ‘चाहे भ्रष्टाचार के नए-नए तरीके ईजाद करना हो, या इसके नए मानक स्थापित करना हो, कांग्रेस पार्टी आज इस बात का जीता-जागता सबूत है कि कोई उसकी बराबरी नहीं कर सकता। उसने अब अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।’

बता दें कि ईडी ने शुक्रवार को दावा किया था कि फॉरेंसिक विश्लेषण और कैश कूरियर (नकदी पहुंचाने वाले व्यक्ति) के बयान से चौंकाने वाले आरोप सामने आए हैं। इसमें कहा कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तकों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है और यह जांच का विषय है। कथित एजेंट 38 वर्षीय असीम दास के पास से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद करने के बाद उसे एजेंसी ने रायपुर में गिरफ्तार कर लिया। उसे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से ऐप के प्रवर्तकों की ओर से विशेष रूप से (छत्तीसगढ़ में) सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रचार खर्चों के लिए बड़ी मात्रा में नकदी पहुंचाने के वास्ते भेजा गया था।
(एजेंसी इनपुटे के साथ)

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