नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर चिंता के बीच विदेशी पर्यटकों पर लगायी रोक को लेकर सरकार ने मंगलवार को कहा कि उसकी पहली प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है तथा पर्यटकों पर रोक के कारण इस उद्योग को हुए नुकसान का आकलन वह बाद में करेगी। राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के उत्तर में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि सरकार ने विदेशी पर्यटकों पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) संरक्षित स्मारकों एवं मंदिरों को भी बंद कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘सदन इस बात से अवगत है कि हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है…मैंने सभी पक्षों से बातचीत की है, हम नुकसानों का आकलन बाद में करेंगे।’’ पटेल ने कहा कि कोरोना वायरस से निबटने के मामले में स्वास्थ्य मंत्रालय को नोडल मंत्रालय बनाया गया है तथा अन्य सभी मंत्रालय इसके साथ समन्वय कर काम कर रहे हैं। उनसे एक अन्य पूरक प्रश्न यह भी पूछा गया था कि विदेशों में बरामद की गयी ऐसी कलाकृतियों और मूर्तियों को क्या उनके मूल मालिकों को लौटा दिया गया है, जो चुरा ली गयी थी।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री @prahladspatel ने आज @rajyasabhatv में विभिन्न मंदिरों, संग्रहालयों और पुरातत्वीय स्थलों से चुरायी गई कलाकृतियों और मूर्तियों की बरामदगी से सम्बंधित प्रश्नों का उत्तर दिया | @pspoffice https://t.co/R8CaPtpN8n
— Ministry of Culture (@MinOfCultureGoI) March 17, 2020
इस पर पटेल ने कहा कि ऐसी कलाकृतियों अथवा मूर्तियों के विदेश से बरामद होने के बाद विदेश मंत्रालय इस बारे में कार्रवाई करता है। उन्होंने कहा कि फिलहाल विदेशों से बरामद की गयी ऐसी कलाकृतियों एवं मूर्तियों को दिल्ली के संग्रहालय में रखा गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्र सरकार राज्यों में चुरायी गयी वस्तु की जांच कर सकती है, संस्कृति मंत्री ने कहा कि केन्द्र केवल एएसआई स्मारकों के लिए जवाबदेह है, राज्य स्मारकों के लिए नहीं।