न्यूज़ डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था एक बार फिर से पटरी पर लौटने लगी है। कोरोना काल में जिस रफ्तार से कारोबार और रोजगार के मोर्चे पर तेजी दिखी है उससे साफ है कि अर्थव्यवस्था के अच्छे दिन फिर से आ गए हैं। इसके संकेत GST कलेक्शन, PMI इंडेक्स, वाहनों की रिकॉर्ड संख्या में बिक्री, रिकॉर्ड विदेशी मुद्रा भंडार से मिलने लगे हैं।
GST कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपये के पार
इस अक्टूबर में वस्तु और सेवा कर-जीएसटी कलेक्शन आठ महीने के बाद एक बार फिर 1 लाख करोड़ रुपये के पार हो गया है। इससे पहले एक लाख करोड़ रुपये का GST कलेक्शन फरवरी में हुआ था। वित्त मंत्रालय के अनुसार इस वर्ष अक्टूबर में कुल GST कलेक्शन 1,05,155 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि में प्राप्त राजस्व से दस प्रतिशत अधिक है। इस दौरान वस्तुओं के आयात से प्राप्त राजस्व में नौ प्रतिशत और सेवाओं के आयात सहित घरेलू कारोबार से प्राप्त राजस्व में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
विदेशी मुद्रा भंडार 560 अरब डॉलर के पार
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 23 अक्तूबर को खत्म हफ्ते में 5.412 अरब डॉलर बढ़कर 560.532 अरब डॉलर हो गया है। यह अबतक का सबसे ऊंचा स्तर है। रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार इस दौरान विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा यानी विदेशी मुद्रा एसेट्स 5.202 अरब डॉलर बढ़कर 517.524 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस सप्ताह में स्वर्ण भंडार में 175 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई और यह 36.860 अरब डॉलर मूल्य का हो गया।
वाहनों की बिक्री में तेजी
अक्टूबर में यात्री वाहनों की बिक्री में भारी तेजी आई है। मारुति सुजुकी ने अक्टूबर में कुल 1,82,448 वाहन बेचे, जो पिछले साल के अक्टूबर के मुकाबले 19 प्रतिशत ज्यादा है। जबकि हुंडई मोटर्स ने अक्टूबर में कुल 68,835 गाड़ियां बेचीं, जबकि अक्टूबर- 2019 में कंपनी ने कुल 63,610 यूनिट्स की बिक्री की थी। दोपहिया वाहनों में हीरो मोटर्स ने 35 प्रतिशत वृद्धि के साथ अक्तूबर में 8 लाख से अधिक, जबकि बजाज ने 11 प्रतिशत वृद्धि के साथ 5 लाख 12 हजार और टीवीएस ने 24 प्रतिशत तेजी के साथ 3 लाख 82 हजार यूनिट्स बेचे हैं।
13 साल की ऊंचाई पर मैन्युफैक्चरिंग PMI
देश का मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) अक्टूबर में बढ़कर 58.9 तक पहुंच गया है। यह अक्टूबर, 2007 के 56.8 के बाद अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। कोरोना लॉकडाउन में नरमी के बाद अब कंपनियां अपना उत्पादन तेजी से बढ़ाने में लगी हैं। मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई पिछले महीने सितंबर में 56.8 पर रहा था।
रिकॉर्ड UPI लेन-देन
UPI ने अक्टूबर में 2 अरब लेन-देन का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अक्टूबर में देश में कुल 207.16 करोड़ रुपये मूल्य के यूपीआई ट्रांजेक्शन हुए। पिछले साल अक्टूबर में यूपीआई के जरिये 114.83 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ था। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अब तक कुल 3.3 लाख करोड़ रुपये के UPI लेन-देन हो चुके हैं।