नई दिल्ली। PM नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच कश्मीर विषय को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई यह जानकारी विदेश सचिव ने दी उन्होंने आगे बताया की हमारा स्टैंड एकदम क्लियर है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है।
Discussions continued with President Xi Jinping at Mamallapuram. We’ve been having productive deliberations on further improving India-China relations. pic.twitter.com/EncWliO1mG
— Narendra Modi (@narendramodi) October 12, 2019
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि कश्मीर मसले पर PM मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच ये मुद्दा उठा ही नहीं। उन्होंने कहा कि भारत बहुत पहले स्पष्ट कर चुका है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मसला है। हालांकि दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के दौरान दोनों देशों ने वैश्विक आतंकवाद और इससे पैदा होने वाले खतरे पर चर्चा की।
The talks continue…
PM @narendramodi and President Xi Jinping meet in Mamallapuram this morning. pic.twitter.com/q0z4WPuXSL
— PMO India (@PMOIndia) October 12, 2019
विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि PM मोदी और शी जिनपिंग के बीच मानसरोवर यात्रा का मुद्दा भी इस दौरान मानसरोवर की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की सुविधा पर बातचीत हुई।PM मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को मानसरोवर यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ विचार सुझाए। इसके अलावा तमिलनाडु और चीन के फुजियान राज्य के बीच संबंध बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
我感谢习近平主席访问印度参加我们的第二次非正式会晤。#连通金奈# 将极大促进印中关系。这将造福我们两国和全世界的人民。 pic.twitter.com/bhfkRvJSDE
— Narendra Modi (@narendramodi) October 12, 2019
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने PM मोदी को चीन आने का न्यौता दिया है। PM नरेंद्र मोदी अगले साल चीन के दौरे पर जा सकते हैं।
மாமல்லபுரத்தில் அதிபர் ஷி ஜின்பிங்குடன் ஆலோசனைகள் தொடர்கின்றன. இந்திய – சீன உறவினை மேம்படுத்த ஆக்கப்பூர்வமான பேச்சுவார்த்தை நடத்தி வருகிறோம். pic.twitter.com/PRf6LbNG70
— Narendra Modi (@narendramodi) October 12, 2019
श्री गोखले ने बताया कि 90 मिनट की बातचीत के बाद दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। उसके बाद PM मोदी ने लंच की मेजबानी की। इस समिट के दौरान दोनों नेताओं के बीच तकरीबन 6 घंटे तक वन टू वन बैठक हुई।