नई दिल्ली। जश्न-ए-आजादी की 75वीं सालगिरह को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने अभी से कमर कस ली है। देश के चुनिंदा उच्च स्तरीय लोगों की समिति बनाई गई है जो अगले साल 15 अगस्त के कार्यक्रम में चार चांद लगाने और उसे भव्य बनाने का दिशा-निर्देश देंगे। आज से ठीक छह दिन बाद यानी 12 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी नमक सत्याग्रह के 91वें साल पूरा होने पर ऐतिहासिक डांडी मार्च भी निकालेंगे। जिसकी रूप-रेखा 8 मार्च की मीटिंग में बनाई जाएगी।
अगले साल यानी 2022 में भारत आजादी की 75वीं सालगिरह मनाएगा। इस खास मौके पर अभी से इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली 259 सदस्यों की उच्च स्तरीय राष्ट्रीय समिति बनाई गई। ये समिति भारत की आजादी के 75 साल होने पर कार्यक्रमों की रूप-रेखा के लिए नीति-निर्देशन और मार्गदर्शन का काम करेगी।
कौन-कौन समिति में शामिल
- पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल
- चीफ जस्टिस एसए बोबडे
- एनएसए अजती डोभाल
- सभी केंद्रीय मंत्री
- लाल कृष्ण आडवाणी
- 28 मुख्यमंत्री
- सोनिया गांधी, ममता बनर्जी, शरद पवार
- मुलायम सिंह यादव
Former and present CJI, Sonia Gandhi, Farooq Abdullah K Parasaran, Sunil Gavaskar all part of the committee 👇 pic.twitter.com/hngisfBc1Q
— Vasudha Venugopal (@Vasudha156) March 5, 2021
इनके अलावा अलग-अलग क्षेत्र के गणमान्य लोगों को भी बुलाया गया है। जिनमें अभिनेता दिलीप कुमार, लता मंगेशकर, सचिन तेंदुलकर, नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन, स्वामी रामदेव जैसे नाम शामिल हैं।
15 अगस्त 2022 के 75 हफ्ते पहले 12 मार्च 2021 से आयोजनों की शुरुआत हो जाएगी। इसी दिन महात्मा गांधी के ऐतिहासिक नमक सत्याग्रह की 91वीं वर्षगांठ है। इसलिए 12 मार्च को पीएम मोदी ऐतिहासिक डांडी मार्च निकालेंगे। इसके अलावा देश के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में भारत के ऐतिहासिक वैभव, सांस्कृतिक धरोहर, प्रौद्योगिकी विकास एवं डिजिटल पहल को प्रदर्शित किया जाएगा।