अहमदाबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के आर्टिकल 370 को हटाया जाना PM नरेंद्र मोदी की ओर से उन करीब 35,000 जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि है, जिन्होंने राज्य में आतंकवाद से लड़ते हुए अपना जीवन गंवा दिया। शाह ने त्वरित कार्य बल (RAF) के 27वें स्थापना दिवस पर परेड का निरीक्षण करने के बाद यहां कहा कि सरकार द्वारा उठाए कदम जम्मू-कश्मीर में स्थायी शांति लेकर आएंगे और इसे विकास की ओर आगे बढ़ने में सक्षम बनाएंगे। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि PM नरेंद्र मोदी ने (जम्मू-कश्मीर में) आर्टिकल 370 और 35ए को निरस्त कर 35,000 शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि दी है।
Glimpses: Union Home Minister Shri @AmitShah takes salute from the impeccable 27th @RAFCRPF anniversary parade and inspects it at #100Bn #RAF #CRPF, Ahmedabad. pic.twitter.com/zWKQrfEFD8
— 🇮🇳CRPF🇮🇳 (@crpfindia) September 30, 2019
श्री शाह ने कहा कि स्थिति यह थी कि कई वर्षों से जम्मू-कश्मीर में हमारे जवान जान दे रहे थे। यह हालात 70 साल से थे, लेकिन इस स्थिति में सुधार करने का किसी के पास साहस नहीं था या किसी ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया। उन्होंने आर्टिकल 370 को हटाने के फैसले के लिए ‘‘CRPF के मंच’’ से मोदी को धन्यवाद दिया। CRPF के जवान कश्मीर में तैनात हैं। शाह ने कहा कि मैं कश्मीर और भारत के लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर विकास के मार्ग पर अग्रसर होगा। हमारे बल कश्मीर में शांति बाधित करने की कोशिश करने वालों पर नजर रखेंगे। यह कदम स्थायी शांति लेकर आएगा।
आज अहमदाबाद में द्रुत कार्य बल (Rapid Action Force) के 27वें स्थापना दिवस में भाग लिया।
समस्त देशवासियों को RAF के साहस और शौर्य पर गर्व है।
हमको बहुत हर्ष है कि जिस उद्देश्य के साथ RAF की स्थापना की गई थी, RAF उन सभी अपेक्षाओं पर खरा उतरा है। pic.twitter.com/5paYyaqU63
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) September 30, 2019
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल इस वर्ष अपनी दंगा रोधी इकाई आरएएफ की 27वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस अवसर पर अहमदाबाद में आरएएफ की 100वीं बटालियन में वर्षगांठ परेड हुई, जिसमें शाह मुख्य अतिथि थे। गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों और विभिन्न राज्यों में नक्सल विरोधी अभियानों में बहादुरी का परिचय देने वाले सीआरपीएफ जवानों को 20 वीरता पदक दिए। इनमें से कुछ जवानों को मरणोपरान्त पदक दिए गए। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाने का पांच अगस्त को फैसला किया था, जिसके बाद शाह पहली बार आरएएफ के कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस फैसले के बाद से कश्मीर क्षेत्र में CRPF मुख्य रूप से तैनात बल है और इस समय इसके करीब डेढ लाख जवान वहां आतंकवाद रोधी अभियान चला रहे हैं और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। आरएएफ का स्थापना दिवस सात अक्टूबर को है। इस दिन 1992 को इसका परिचालन आरंभ हुआ था, लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री की कुछ प्रतिबद्धताओं के कारण कार्यक्रम का आयोजन सोमवार को करना पड़ा। इस बल की देश के विभिन्न शहरों में 15 बटालियन हैं और हर इकाई में 1000 से अधिक कर्मी हैं।